ENGLISH HINDI Saturday, April 20, 2024
Follow us on
 
एस्ट्रोलॉजी

जाने— अनजाने जुड़ी ये आदतें छोड़ने और अपनाने से होती है शुभ की प्राप्ति

May 20, 2016 11:29 AM

हमारे जीवन में रोजमर्रा की कुछ ऐसी आदतें होती है। जो जाने— अनजाने अपनाए रखने और छोड़ देने में हमारे जीवन पर क्या—क्या प्रभाव पड़ता है, इसके बारे में बताने का प्रयास कर रहें है। यह कहना हमारा नहीं बल्कि शास्त्रों कहते हैं और ये शास्त्र सदैव शुभ —अशुभ के भेद की ओर संकेत करते रहे हैं। कुछ गलत आदतें अनायास ही जुड़ी रहती है और जीवन पर बुरा प्रभाव डालती है, यदि इनसे छुटकारा पा लिया जाए तो शुभ की प्राप्ति की जा सकती है। प्रयास करके देखिए:
जिन लोगों को अपनी जूठी थाली या बर्तन उसी जगह पर छोड़ने की आदत होती है उनको सफलता भी कभी स्‍थाई रूप से नहीं मिलती। उन्हें काफी मेहनत—मश्कत करनी पड़ती है और ऐसे लोग अच्छा नाम नहीं कमा पाते। आप अपने जूठे बर्तनों को उठाकर उनको सही स्थान पर रखकर पानी से खंगाल कर रखें ताकि उसमें जूठन शेष न रहे। ऐसा करने से आप चन्द्रमा और शनि का सम्मान करते हैं और लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।
यदि कोई व्यक्ति नहाने के बाद बाथरूम की सफाई नहीं करता है, उसे गंदा ही छोड़ देता है तो इसकी वजह से चंद्र से अशुभ फल प्राप्त होते हैं। जल तत्व का कारक चंद्र है। इसीलिए नहाने के बाद बाथरूम को गंदा नहीं छोड़ना चाहिए। गंदगी को और फर्श पर फैले पानी को साफ कर देना चाहिए। इस बात का ध्यान रखने पर शरीर का तेज बढ़ता है और चंद्र ग्रह से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
हमारे घर जब भी कोई बाहर से आए, चाहे घर का सदस्य हो या मेहमान। यहां तक कि काम करने वाले ही क्यों न हो, उसे स्वच्छ पानी जरूर पिलाएं। ऐसा करने से आप राहु का सम्मान करते हैं और आपके घर में कभी राहु का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
घर के पौधे आपके परिवार के सदस्यों जैसे ही होते हैं। उन्हें भी प्यार और देखभाल की आवश्यकता होती है। जिस घर में नियमित सुबह-शाम पौधों को पानी दिया जाता है तो वे लोग बुध, सूर्य और चन्द्रमा का सम्मान करते हुए परेशानियों का डटकर मुकाबला करते हैं और उनको अवसाद, वैराग्य, कुंठा जैसी परेशानी नहीं होती।
जो लोग बाहर से आकर अपने चप्पल, जूते-जुराबें इधर-उधर उतार देते हैं, या घर के अंदर तक ले आते हैं, उन्हें शत्रु परेशान करते हैं। इससे बचने के लिए आप जूते-चप्पल उचित स्थान पर रखें। इससे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
बिस्तर छोड़ते समय उसे व्यवस्थित‍ रूप से रखना चाहिए तथा अपने उतारे कपड़े भी पलंग पर नहीं रखने चाहिए, उनका राहु व शनि खराब होगा। यहां तक कि उनकी दिनचर्या भी अच्छी नहीं होगी। वे खुश रहते हुए भी उदास रहेंगे।
नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से धोएं। इससे आप पाएंगे कि आपका चिड़चिड़ापन कम होगा और क्रोध कम होने लगेगा। रात में सोने के पूर्व पैर अवश्य धोएं, इससे नींद अच्‍छी आती है।
रोज खाली हाथ लौटने पर धीरे-धीरे उस घर से लक्ष्मीजी का वास कम होता है और घर के सदस्यों पर नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं। इसके विपरीत घर लौटते समय कुछ-न-कुछ वस्तु लेकर आएं, तो उस घर में बरकत होगी।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और एस्ट्रोलॉजी ख़बरें
नामवर ज्योतिष सम्राट नवदीप मदान का सम्मान वास्तु विशेषज्ञ परामर्श के बिना भी अपने घर या कार्यक्षेत्र में कर सकते हैं वास्तु के कुछ खास बदलाव वास्तु के अभाव का प्रभाव हरमिटेज सेंट्रल के ज्योतिष शिविर में सैकड़ों ने दिखाई कुंडली करवा चौथ पर विशिष्ट संयोग,निसंकोच रखें व्रत, करें शुक्रास्त पर भी उद्यापन! हिन्दू त्योहार दो- दो दिन क्यों बताए जाते हैं ? इस वर्ष रक्षा बंधन, किस दिन मनाएं ? श्रावण मास में सोमवार व्रत का अत्यधिक महत्व : स्वामी सुन्दर लाल भार्गव कैसे सुहाना और सुनहरा है सावन...बता रहे हैं जाने माने ज्योतिषी पंडित सुन्दर लाल भार्गव पूर्णिमा: कैसे करें सुबह की शुरुआत गुरु के दिन