मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद , चंडीगढ़, 98156 19620
पंचपर्व का दूसरा दिन है रुप चतुदर्शी जो दीवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है। इसे आंचलिक भाषा में छोटी दीवाली भी कहा जाता है और नरक चैदस भी। पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध करके 16000 कन्याओं को बंधन मुक्त करवाया था। यह भी मान्यता है कि इस दिन सुबह स्नान करके यम की पूजा करने और संध्या काल में दीपदान करने से अकाल मृत्यु का दुर्योग टल जाता है। इसके लिए दक्षिण दिशा की ओर जिसे यम दिशा भी कहा जाता है ,14 दिये जलाने का प्रचलन है।
एक अन्य मान्यतानुसार कृष्ण चतुर्दशी को रुप चतुर्दशी भी कहा जाता है। इस दिन प्रातः उबटन , तेल मालिश ,औषधि स्नान , आदि के बाद महिलाएं सोलह श्रृंगार करके आरोग्य का आशीर्वाद प्राप्त करती हेंै।
घर का सारा कूड़ा करकट ,अखबारों की रदद्ी,टूटा फूटा सामान,पुरानी बंद इलेक्ट्र्ानिक चीजें बेच दें। जाले साफ करें। नया रंग रोगन करवाएं। आफिस घर साफ करें। अपने शरीर की सफाई करें। तेल उबटन लगाएं। पार्लर जा सकते हैं।
कौन सा परिधान चुनें ?
ग्रहों के अनुरुप आज के दिन यदि परिधान चुना जाए तो रुप , सौन्दर्य एवं आकर्शण में चार चांद लग जाते हैं।
मेष व वृश्चिक राशि वाले लाल वस्त्र धारण करें। वृष एवं तुला राशि के लोग, श्वेत वस्त्र पहनें और सुगंधित पदार्थों का उपयोग करें। मिथुन और कन्या राशि में यदि आप जन्में हैं तो, दही से स्नान करके ,हरे शेड के कपड़े पहनें। कर्क वाले दूध से स्नान करके सफेद, क्रीम या सिल्वर कलर के परिधान पहन सकते हैं। सिंह राशि के जातक आज के दिन गोल्डन, नारंगी या लाल रंग की ड्र्रेस पहन सकते हैं। धनु व मीन राशि वालों के लिए पीले रंग के कपड़े भाग्यशाली रहेंगे।मकर व कुंभ राशि से संबंधित लोगों को , नेवी ब्लू, ग्रे, नीला, स्लेटी , काला परिधान अधिक सूट करेगा। सौन्दर्य लक्ष्मी साधना करें । स्त्री पुरुष दोनों कर सकते हैं। स्फटिक की माला से लक्ष्मी माता के चित्र या मूर्ति के आगे लाल वस्त्र पहन कर बैठें और इस मंत्र का जाप करें -
! रुपं देहि जयं देहि सौन्दर्य लक्ष्मी!!
या दूसरा मंत्र
! ओम् हृीं सौन्दर्य देहि कामेश्वराय ओम् नमः!!
मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद , 196 सैक्टर 20 ए, चंडीगढ़, मो0- 98156 19620