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एस्ट्रोलॉजी

बेहाल को निहाल , कंगाल को मालामाल करने वाली शनि जयंती 25 मई को

May 24, 2017 07:46 PM
मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्
इस बार गुरुवार को शनैश्चरी अमावस अर्थात शनिदेव का जन्मदिवस पड़ रहा है। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और चंद्रदेव वृषभ राशि में आएंगे तथा शनि महाराज पूरे माह धनु में तो राहू  सिंह राशि में रहेंगे।इस दिन शनि देव के पूजन, दान हवन आदि से उन लोगों को बहुत लाभ मिलता है जिनकी कुंडली में शनि नीच राशि या कमजोर है या साढ़ेसाती या इसकी ढैयया का प्रभाव है । यह ग्रह सदा विनाशकारी नहीं होता अपितु जब देता है तो छप्पड़ फाड़ कर देता है और जब न्यायाधीश बनकर सजा देता है तो ख़ाक में भी मिला देता है। 

इस बार गुरुवार को शनैश्चरी अमावस अर्थात शनिदेव का जन्मदिवस पड़ रहा है। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और चंद्रदेव वृषभ राशि में आएंगे तथा शनि महाराज पूरे माह धनु में तो राहू  सिंह राशि में रहेंगे। इस दिन शनि देव के पूजन, दान हवन आदि से उन लोगों को बहुत लाभ मिलता है जिनकी कुंडली में शनि नीच राशि या कमजोर है या साढ़ेसाती या इसकी ढैयया का प्रभाव है । यह ग्रह सदा विनाशकारी नहीं होता अपितु जब देता है तो छप्पड़ फाड़ कर देता है और जब न्यायाधीश बनकर सजा देता है तो ख़ाक में भी मिला देता है। 

भारत में आज तक  जितने भी  प्रधान मंत्री बने  हैं सब शनि की साढ़ेसाती में ही बने हैं।वर्तमान प्रधानमंत्री इसका ताजा उदाहरण हैं। और एक बाबा की जब साढ़ेसाती चल रही थी तो उन्हें  पुलिस के डंडे पड़े, सलवार कमीज में भागे और दूसरों की सेहत ठीक करते करते स्वयं अस्पताल में भरती हो गए, कोर्ट केसों मंे फंसे सो अलग।  
धर्म का पालन व अच्छे आचरण वालों को सदैव लाभ ही प्रदान करता है। यों तो अधिकांश लोग शनिवार या मंगलवार को शनि मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करते हैं परंतु ऐसी अमावस पर इसका लाभ अधिक मिलता है। जैसे आप किसी मित्र को रोज नमस्कार करते हैं परंतु जब उसके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं तो वातावरण कुछ और रंग ले लेता है। ऐसे ही शनिदेव के जन्मदिन पर पूजा आदि का एक विशेष महत्व होता है।
आपके लिए कैसी रहेगी यह जयंती ?
गुरुवार को यह जयंती पड़ने से विभिन्न राशि वाले लोगों पर अलग अलग प्रभाव पड़ेगा। इस  समय बृश्चिक, धनु व मकर राशि वालों की साढ़े साती चल रही है।
मेषः संघर्ष का फल मिलेगा। व्यय बढ़ सकते हैं। पारिवारिक मतभेदों से बचें। सेहत का ध्यान रखें।
बृषः जीवनसाथी के साथ समन्वय बनाकर रखें। सरकारी कार्यो में बाधाओं के संकेत हैं। मानसिक तनाव से बचें।
मिथुनःकोई अच्छी खबर मिलेगी। व्यापार में वृद्धि या परिवर्तन अपेक्षित है। किसी महिला की सेहत पर व्यय होगा।
कर्कः वाहन, भवन क्रय- विक्रय का समय 25 अगस्त के बाद ठीक आएगा। विवाह की संभावना बनेगी।
सिंहःछात्रों को अधिक मेहनत करनी होगी। विदेश में शिक्षा के योग बनेंगे। धन संचय करें , व्यय में वृद्धि होगी।
कन्याः कार्यस्थल पर विरोधियों से सावधान रहें। अनावश्यक चिंताओं से छुटकारा मिलेगा। राह चलते झगड़ों से दूर रहें।
तुलाःयात्राओं से लाभ होगा। नये वाहन  के योग अच्छे हैं। भवन का नवीनीकरण संभावित है। अविवाहितों के भी भाग्य इसी साल खुलेंगे।
वृश्चिकः परेशानियों में कमी आएगी। खर्चें बढ़ेंगे। पारिवारिक मतभेद हो सकता है। सरकारी अधिकारियों के क्रोध से बचें।
धनुः वाहन चालन ध्यान से करें । लोन न लें । साढ़ेसाती है। उपाय करते रहें। सरकारी कर्मचारी आपराधिक गतिविधियों से बचें।
मकरः आपके लिए सारा साल अच्छा है परंतु दुर्घटना के संकेत भी हैं। किसी शुभ कार्य पर व्यय होगा या लंबी यात्रा पर जाएंगे।
कुंभःसमाज में सम्मानित होने के योग हैं।किसी संस्था के मुखिया बन सकते हैं। जोड़ो का दर्द या हडड्ी की  समस्या तंग कर सकती है।
मीनः व्यापार में वृद्धि, नौकरी में तरक्की देंगे शनिदेव। शरीर का भार बढ़ सकता है अतः सेहत का खास ख्याल रखें ।
सामान्य उपाय
शनि के कुछ सामान्य उपाय जो सदा  करते रहने चाहिए क्योंकि हरेक के जीवन में यह ग्रह  लगभग 31 साल प्रभावित करता है अर्थात जीवन का एक तिहाई भाग शनि में बीतता है। हर व्यक्ति के जीवन में 19 साल की शनि की महादशा, साढ़े सात साल साढ़ेसाती और ढाई -ढाई साल के दो ढैîये आने ही हैं।
*सवा सौ ग्राम काले चने$कोयला$कील काले कपड़े में बांध के 7 बार वार के खड़े पानी में फेंकें *सवा किलो गुलगुले 7 बार वार के ,शनिवार शाम कउवों को डालें *लोहे के पात्र में जल$चीनी$घी$दूध मिला के पीपल की जड़ में रोज डालें *सूर्य निकलने से पहले शराब जमीन पर गिराएं *-सूर्यास्त पर शनिवार नारियल बहाएं*-भैरव मंदिर में शराब चढ़ाएं *ऽ-बड़ के पेड़ की जड़ में मीठा दूध डालें।*-सवा किलो बादाम 8 शनिवार तक थोड़े- थोड़े नदी में डालें  *महामृत्युंज्य मंत्र का जाप करें या कैसेट सुनें - 
*शनिवार को सवा मीटर काले वस्त्र में ये चीजें बांध के वास्तविक डकौत को दें- काले जूते या चप्पल$ सवा किलो काले साबुत उड़द**सवा किलो काले तिल$सवा लिटर सरसों का तेल$ एक चाकू*8 काले गुलाब जामुन* काले या नीले फूल।
*शनिवार को इनमे से कोई एक चीज दान करते रहें:-काले चने-जौ-काले उड़द-काले तिल -कोयले -नारियल-सरसों का तेल-काले गुलाब जामुन -काले जामुन-कस्तूरी,कुल्थी,काला कपड़ा ,काले जूते-सिक्का-पैसे-काली गाय-भैंस-लोहे के बर्तन,-बाल्टी,टब,चूल्हा,गैस,कढ़ाई,बिल्डिंग मैटीरियल, काली कीलें,काले अंडरवियर बनियान,काले फूल,काला या नीला साबुन सिक्के का हाथी,सांप,कुत्ते,कछुए - काले चने.काले कपड़े ,  काले उड़द ,तेल ,जूते. काले तिल. कुल्थ. ,लोहे का पात्र ,कोयले, नारियल,काला फूल, जामुन नीलम आदि में से कोई ,एक वस्तु हर शनिवार दान करते रहें ।
*अपने वजन के बराबर कच्चा कोयला शनिवार बहाएं * -वजन  के बराबर कच्चे कोयले या सतनाजा -;कनक$मक्की$जौ$ज्वार$बाजरा$चने$चावल चलते पानी में बहाएं*ऽ-बांसुरी में खंाड भर के दबाएं  ,** 8 किलो काले मांह बहाएं ,नान वेज न खाएं  *-पांच शनिवार आक के पौघे पर तेल चढ़ाएं और पांचवें शनिवार लोहे की कटोरी  वही ंछोड़ दें।*विधवा को 8 पिन्नियां दें। * *शनि का व्रत करें।एक समय भोजन करें। *ऽ-व्रत कथा या महातम्य पढ़ें,या चैपाई साहब का पाठ करें ।सत्कर्म करें।* 
*नवग्रह या हनुमान जी के मंदिर जाएं * आटे की गुड़ मिश्रित गोलियां जल में डालें **कउवोें कोे काले तिल के लडडू दें,पानी साथ में रखें।*कुएं में दूध डालें। *सूर्योदय से पूर्व गुड़ मिश्रित जल तांबे के लोटे से पीपल पर चढ़ाए ं  अमावस पर एक किलो  उड़द की दाल का आटा $ दो किलो गुड़$आधा किलों काले तिल $ 100 ग्राम सरसों का तेल लें। आट को तेल में भून के *गुड़ व तिल मिला दें।शनिदेव के मंदिर में इसका भोग लगा के वापस ले आएं। रोज इसमें से प्रसाद निकाल के चीटियों को डालें।* काली टाईल्ज, काले , नीले मार्बल ,काले कपड़ों का प्रयोग न करें। * कारखाना,मशीन,लोहा कोयला,तेल पेट्र्ोल , वाहन, भवन, टांस्पोर्ट, प्रापर्टी, पार्टनरशिप का काम कुंडली दिखा के ही  करें। 
*भेाजन का पहला भाग कुत्ते को दें। *शनिश्चरी अमावस को अपना पहना कपड़ा दान करें। *दक्षिण दिशा को प्रणाम करें,दक्षिण में सिरहाना रखें। *पश्चिम दिशा की ओर मुख करके कार्यों का संचालन करें। *शुभकार्य करने से पूर्व पीपल पर पानी वाला नारियल तोडें़ आधा वहीं छोड़ दें, आधा बांट दें। *व्यापारिक सामग्री शनिवार या अमावस पर न लें। *अपने से बड़े व्यक्ति के साथ पार्टनरशिप करें *निर्बल असहायों की मदद करें। *दीवाली पर छाता जरुरत मन्द  दान को दें।*अमावस पर घर दूकान आफिस की सफाई करें। मुख्य द्वार पर दिया जलाएं।*अमावस पर अपना पहना जूता चप्पल दान करें।* धोबी को 12 किलो कच्चे कोयले नीले कपड़े में बांध के दें।*शनि मन्त्र, महामृत्युंज्य मंत्र का जाप करें या कैसेट सुनें
 
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