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एस्ट्रोलॉजी

अष्टमी , नवमी तथा कन्या पूजन कब? क्या दें कन्याओं को शगुन?

March 22, 2018 05:32 PM

मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिषविद्,

काफी लोगों के मन में अष्टमी, नवमी तथा कन्या पूजन को लेकर असमंजस की स्थिति है जिसका सपष्टीकरण हम यहां दे रहे हैं। 23 मार्च, शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 03 मिनट पर सप्तमी लग जाएगी जो शनिवार की सुबह 10 बजकर 06 मिनट तक रहेगी।
शनिवार की प्रातः 10 बजकर 06 मिनट पर अष्टमी आरंभ होगी और अगले दिन रविवार की सुबह 08 बजकर 03 मिनट तक रहेगी। इसके बाद नवमी आरंभ हो जाएगी। परंतु इस बार नवमी तिथि का क्षय है।
शास्त्रानुसार श्री दुर्गाष्टमी का पर्व 24 मार्च, शनिवार को ही मनाना और कन्या पूजन विधिसम्मत होगा। अतः रामनवमी, 25 मार्च, रविवार को ही प्रशस्त होगी।
कन्या पूजन
24 मार्च, शनिवार को 10 बजकर 06 मिनट के बाद ही दुर्गाष्टमी को कन्या पूजन करके व्रतादि का उद्यापन करना शुभ रहेगा।
अष्टमी पर 9 वर्ष की कन्या, 9 कन्याओं तथा एक बालक को अपने निवास पर आमंत्रित करें। उनके चरण धोएं। मस्तक पर लाल टीका लगाएं, कलाई पर मौली बांधें। लाल पुष्पों की माला पहनाएं उनका पूजन करके उन्हें हलुवा, पूरी, काले चने का प्रसाद दें या घर पर ही इसे खिलाएं। चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लें ।उन्हें लाल चुनरी या लाल परिधान तभा उचित दक्षिणा एवं उपयोगी उपहार सहित विदा करें। आज कन्या रक्षा का भी संकल्प लें।
देवी का अष्टम स्वरुप महागौरी का है। इसे श्री दुर्गाष्टमी भी कहा जाता है। भगवती का सुंदर, सौम्य, मोहक स्वरुप महागौरी में विद्यमान है। वे सिंह की पीठ पर सवार हैं। मस्तक पर चंद्र का मुकट सुशोभित है। चार भुजाओं में शंख, चक्र, धनुष और बाण हैं।
सबसे महत्वपूर्ण है कि माता का यह स्वरुप सौन्दर्य से संबंधित है। इनकी आराधना से सौन्दर्य प्रदान होता है। जो युवक युवतियां सौन्दर्य के क्षेत्र में जाने के इच्छुक हैं, वे आज महागौरी की आराधना करें। फिल्म, ग्लैमर व रंगमंच की दुनिया की इच्छा रखने वाले या सौन्दर्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने जा रहे, युवा वर्ग आज व्रत के साथ साथ निम्न मंत्र का जाप भी अवष्य करे। जिनके वैवाहिक संबंध सुंदर न होने के कारण नहीं हो रहे या टूट रहे हों वे आज अवश्य उपासना करें।
चौकी पर श्वेत रेशमी वस्त्र बिछा कर माता की प्रतिमा या चित्र रखें। घी का दीपक जला कर चित्र पर नैवेद्य अर्पित करें। दूध निर्मित प्रसाद चढ़ाएं। मंत्र- ओम् ऐं हृीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै! ओम् महागौरी देव्यै नमः!! की एक या 11 माला करें। अपनी मनोकामना अभिव्यक्त करें। आज अष्टमी पर मनोकामना अवश्य पूर्ण होगी।    
राशि अनुसार कौन सा उपहार दें
मेष-लाल रंग की ड्रेस भेंट दे सकते है। वृषभ- सफेद रंग का कोई खिलौना दें।
मिथुन— मोबाईल फोन या कोई इलैक्ट्रानिक खिलौना दिया जा सकता है।
कर्क— वाटर बॉटल, सिप्पर, मोतियों की माला शुभ रहेगी।
सिंह- बेलून, टेडी बियर,ब्लॉक्स इनडोर गेम्स, स्टेशनरी।
कन्या- कहानी की रंगबिरंगी पुस्तकें, इलैक्ट्र्ानिक गेम्स, इयररिंगस।
तुला- सिल्वर, गुलाबी सफेद रंग की ड्रेस।
वृश्चिक- लाल, पीले रंग के स्कूल बैग्स।
धनु- हेयर बैंड, क्लिप असेस्रीज आदि।
मकर- चाकलेट,पिग्गी बैंक, ड्राईंग मैटीरियल।
कुंभ- एनीमल्स बुक्स, नीली ड्रेस।
मीन- लाल, पीले खिलौने, रिबन, शूज आदि।
— मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्

 
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