— शिखा शर्मा
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पाक यात्रा पर खूब बवाल कटा था। इतनी आलोचनाओं के बाद सिद्धू को पाकिस्तान से लौटते ही अपनी बेगुनाही और देशद्रोही का दाग मिटाने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी। सिद्धू के बार-बार कहने पर भी किसी ने भी उनका पक्ष नहीं लिया। यहां तक की कांग्रेस की आलोचनाओं का भी शिकार होना पड़ा। करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खुलवाने को लेकर सिख समुदाय काफी लम्बे अरसे से मांग किए हुए थे, पाकिस्तान के सामने यह मुद्दा उठाएं ताकि सिख श्रद्धालुओं को ऐतिहासिक गुरुद्वारे के दर्शन के अवसर मिल सके। अब करतारपुर साहिब पर माथा टेकने के लिए श्रद्धालु बिना वीजा के जा सकते है।
करीब 20 दिनों के बाद सिद्धू ने एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी। इस बार फिर उन्होंने अपने पाक दौरे को पाक कहा। उन्होंने कहा कि जब वे पाक दौरे पर गए थे उस समय उनकी बात वहां के सेना प्रमुख से हुई थी जिस में उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की बात कही थी। नवजोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनके अज़ीज़ दोस्त इमरान खान ने उनकी इस मांग को मान लिया। इसी महीने सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती है। इस जयंती पर पंजाब के लोगों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोला जाएगा। सिद्धू ने पाकिस्तान का शुक्रिया अदा किया और फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि पंजाब के लोगों के लिए इससे बड़ी खुशी कुछ और नहीं हो सकती है। करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खुलवाने को लेकर सिख समुदाय काफी लम्बे अरसे से मांग किए हुए था। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी केंद्र सरकार से अपील की थी कि पाकिस्तान के सामने यह मुद्दा उठाएं ताकि सिख श्रद्धालुओं को ऐतिहासिक गुरुद्वारे के दर्शन के अवसर मिल सके। अब करतारपुर साहिब पर माथा टेकने के लिए श्रद्धालु बिना वीजा के जा सकते है।
वाकई सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा रंग लाई है। पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक मंदिर के महज़ 4 किलोमीटर दूर रवि नदी के पार करतारपुर साहिब गुरुद्वारा स्थित है। महज़ 4 किलोमीटर में सरहद की एक तनावपूर्ण सीमा खींची हुई है। इसी तनावपूर्ण सीमा और आतंकवाद से लबरेज दूसरे मुल्क में आस्था का केंद्र मौजूद है। हिन्द-पाक बंटवारे के अब भी ऐसे कई धार्मिक और आस्था से जुड़े तीर्थस्थान हैं जहां तक पहुंचना खतरे से खाली नहीं है। करतारपुर साहिब से सिख समुदाय की बहुत बड़ी आस्था जुडी है। करतारपुर में ही गुरुनानक साहब का समाधि स्थल है, जिसे करतारपुर साहिब के नाम से जाना जाता है और सबसे ख़ुशी की बात है कि इसी महीने श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती है। इस अवसर पर करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने पर वाकई में पंजाब के साथ-साथ देश के लिए भी ख़ुशी की बात है। पाकिस्तान से अब तक गोली-बारूद और आंतकवाद की ही उम्मीद की जाती रही है और पाक हर बार इन्ही नापाक हरकतों पर खरा उतरता रहा। इस बार करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने की मंजूरी देकर राहत की खबर दी है। Shikkha Sharma
सिद्धू ने शपथ ग्रहण समारोह से लौटने पर इसे अपनी निजी यात्रा कहा था। सिद्धू ने कहा दोस्त होने के नाते वे इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस यात्रा का कोई राजनीतिक संबंध नहीं था। अब कहा जा सकता है कि सिद्धू की पाक यात्रा सफल हुई। इतनी आलोचनाओं और तल्खी सहने के बाद सिद्धू ने अपने देश हितैषी होने का प्रमाण दे दिया है।