चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और पंजाब के राज्यपाल वी.पी.एस बदनौर दोनों ने नवजोत सिंह सिद्धू का एक पंक्ति का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है जिससे वह औपचारिक तौर पर पंजाब मंत्रीमंडल से बाहर हो गए हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा इस्तीफ़ा पत्र राज्यपाल को भेजे जाने से कुछ घंटों में ही उन्होंने इसे स्वीकार करके इसकी जानकारी दे दी है।
प्रवक्ता के अनुसार बिजली मंत्रालय फिलहाल मुख्यमंत्री के पास रहेगा। दिल्ली से वापस आने के बाद कैप्टन ने आज सुबह इस्तीफ़ा पत्र देखा और उन्होंने औपचारिक मंजूरी के लिए इसे बदनौर के पास भेज दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने दिल्ली में कहा था कि उनकी ग़ैर-हाजऱी में उनके चंडीगढ़ निवास स्थान पर पहुँचे इस्तीफे को वह जाकर देखेंगे और इस संबंधी फ़ैसला लेंगे । इस पत्र में सिद्धू ने एक पंक्ति में अपना इस्तीफ़ा दिया है और इसका कोई भी स्पष्टीकरण या विस्तार नहीं दिया।
सिद्धू ने 10 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफ़ा भेजा था और इसके बाद तकरीबन एक महीने बाद उन्होंने इस संबंधी ट्वीट किया था । इसके बाद उन्होंने फिर से अपने ट्वीट में कहा था कि वह औपचारिक तौर पर अपना इस्तीफ़ा मुख्यमंत्री को भेज देंगे जिन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद किये फेरबदल के हिस्से के तौर पर उनको बिजली मंत्रालय दिया था। आखिऱकार उन्होंने कैप्टन अमरिन्दर सिंह के सरकारी निवास पर अपना इस्तीफ़ा भेज दिया जबकि कैप्टन अमरिन्दर सिंह उस समय दिल्ली में थे।
गौरतलब है कि सिद्धू ने अपना नया विभाग लेने से इन्कार कर दिया था जिसको धान के चल रहे सीजन के दौरान खुद मुख्यमंत्री देख रहे थे । इस अहम समय में राज्य में बिजली की माँग बहुत ज़्यादा अधिक हो गई थी।