इन्वेस्टिगेशन
जीरकपुर, जेएस कलेर
शुक्रवार को जीरकपुर के बलटाना चोंकी क्षेत्र के कलगीधर एन्कलेव के एक होटल के कमरा नंबर 101 में पंखे से लटकती युवती की लाश मामलें में लड़की के परिजनों ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से इनकं कर दिया है. पुलिस ने धारा 174 के तहत कारवाई करते हुए प्रियंका का शव परिजनों के हवाले कर दिया है। लेकिन इस मामले के तार गुड़गांव के बहुचर्चित बिहार के पूर्व डीजीपी के बेटे नीरज दत्त की आत्महत्या के साथ जुड़ गए हैं।
जिक्रयोग है कि कलगीधर एन्कलेव के होटल हैश टैग के कमरा नंबर 101 में चत्तरभुज ठाकुर मार्ग, गनीपुर, मुजफ्फरपुर बिहार की की रहने वाली प्रियंका पुत्री ओम प्रकाश व राजन भारद्वाज पुत्र गणेश भारद्वाज फ्लैट नंबर 402 टावर नंबर 19 विपुल ग्रीन्स, सैक्टर 48 गुड़गांव ने 11 नवंबर को कमरा बुक करवाया था।
गुरुवार को राजन भारद्वाज होटल स्टाफ को बता कर गया था कि वह किसी अदालती काम से गुड़गांव जा रहा है कल शाम को वापिस आ जाएगा। शुक्रवार सुबह राजन भारद्वाज ने होटल स्टाफ को 10:30 बजे फोन किया प्रियंका उनका फोन नहीं उठा रही। कमरे का दरवाजा अंदर बंद से बंद था होटल स्टाफ के दरवाजा खटखटाने और इंटरकॉम से काल करने के बावजूद भी उसने दरवाजा नहीं खोला। इस दौरान राजन भारद्वाज ने बताया कि उनकी पत्नी लो ब्लड प्रेशर की मरीज है हो सकता है वह बेहोश हो गई हो। होटल मालिक ने मामले की सूचना बलटाना चौकी को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अपने सामने होटल का दरवाजा तुड़वाया तो अंदर प्रियंका की लाश पंखे से लाश लटक रही थी।
वहीं यह पता लगा कि प्रियंका के पति जो कि बिहार के पूर्व डीजीपी के बेटे नीरज दत्त, ने दशहरे के अगले दिन गुड़गांव के सैक्टर 69 स्थित ट्यूलिप वॉयलेट में अपने 14वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट में आत्महत्या कर ली थी। नीरज ने परिवार की मर्जी के विपरीत प्रियंका से 2017 में लव मैरिज की थी, लेकिन 9 अक्टूबर को उसने अचानक आत्महत्या कर ली-
नीरज दत्त ने अपनी पत्नी प्रियंका व राजन भारद्वाज को ठहराया था अपनी आत्महत्या का कारण
आत्महत्या करने से पहले उसने आत्महत्या का कारण प्रियंका व राजन भारद्वाज के बीच अनैतिक संबंध को बताया था और आत्महत्या से पहले तीन सुसाइड नोट लिखे थे जिसमें उसने अपनी पत्नी प्रियंका व राजन के अनैतिक संबंध अनैतिक संबंधों के चलते उसे समाज में बेइज्जत करना बताया था। नीरज ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि वह बहुत मजबूत आदमी है लेकिन लेकिन प्रियंका व राजन ने उसकी जिंदगी ने उसकी जिंदगी को नरक बना कर रख दिया है।
राजन व प्रियंका 13 अक्टूबर के बाद लगातार फरार थे
राजन ने अपने सुसाइड नोट में अपने परिजनों को ह्रास न करने की भी बात लिखी थी। प्रियंका की आत्महत्या का कारण भी नीरज ही बना। क्योकि नीरज की मौत के बाद राजन व प्रियंका के खिलाफ सुसाइड नोट के आधार पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के लिए केस दर्ज किया गया था। राजन व प्रियंका 13 अक्टूबर के बाद लगातार फरार चल रहे थे और उन्होंने पंजाब हरियाणा में एंटीसिपेटरी बेल के लिए अप्लाई किया हुआ था। जहां से गुरुवार को राजन को तो बेल मिल गई लेकिन प्रियंका को बेल नहीं मिली जिस कारण वह पति की मौत के बाद लगातार मानसिक परेशानी की स्थिति में थी। गुरुवार को राजन को बेल मिलने के बाद यह और ज्यादा डिप्रेशन में चली गई। गुरुवार को राजन भारद्वाज के जाने के बाद रात 10 बजे प्रियंका ने खाना खाया लेकिन दोपहर को वह कमर नंबर 101 में पंखे से झूलती मिली।