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14 अप्रैल से सूर्य के राशि परिवर्तन से कोरोना का धीरे धीरे प्रभाव कम होगा

April 08, 2020 03:07 PM

- मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्, 9815619620

 सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है और उसका व्यास लगभग 13 लाख 90 हज़ार किलोमीटर है जो पृथ्वी से लगभग 109 गुना अधिक है। ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है। सूर्य से निकली ऊर्जा का छोटा सा भाग ही पृथ्वी पर पहुँचता है जिसमें से 15 प्रतिशत अंतरिक्ष में परावर्तित हो जाता हैA सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग 14,96,0000 किलोमीटर है तथा सूर्य से पृथ्वी पर प्रकाश को आने में 8.3 मिनट का समय लगता है।

सूर्य पूरब से पश्चिम की ओर 27 दिनों में अपने अक्ष पर एक परिक्रमा करता है। इसके परिक्रमा करने की गति २५१ किलोमीटर प्रति सेकेंड है।

ग्रीस के वैज्ञानिकों का दावा -इन्फ्रारेड व अल्ट्रावायलेट किरणों से कोरोना की गति हो सकती है कम

लंबे होते दिन और बढ़ती धूप नए कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार धीमी कर सकती है। खासतौर से खुली जगहों पर वायरस को रोकने में यह कारगर हो सकता है। ग्रीस के प्रमुख शोध संस्थानों के वैज्ञानिकों ने सूर्य के प्रकाश में मौजूद इन्फ्रा-रेड (आईआर) व अल्ट्रा-वॉयलेट (यूआर) किरणों से संक्रमण फैलने की गति पर रोक लगने की उम्मीद जताई है।

14 अप्रैल को सूर्य दोपहर 02 बजकर 09 मिनट पर मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। मेष राशि में सूर्यदेव 15 मई को सुबह 11 बजकर 01 मिनट तक रहेंगे और अश्विनी नक्षत्र में 28 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक रहेंगे। लगभग 30 दिनों के अंतराल पर सूर्यदेव एक-एक करके सभी बारह राशियों में गोचर करते हैं। ये चक्र मेष राशि से शुरू होकर मीन राशि तक चलता है और फिर मेष राशि से दोबारा शुरू हो जाता है। सूर्यदेव के मेष राशि में प्रवेश करने से मीन खरमास भी समाप्त हो जायेगा और बीते एक महीने से जो शादी-विवाह आदि शुभ कार्य बंद थे, वो भी फिर से शुरू हो जायेंगे।

प्राकृतिक रूप से खुले स्थानों पर सूर्य के प्रकाश में मौजूद इन किरणों से वायरस के बढ़ने की गति धीमी हो सकेगी। इसके अलावा कृत्रिम इन्फ्रा-रेड और अल्ट्रा वायलट किरणों को सैनिटाइजेशन के लिए भी इस्तेमाल हो सकता है।

14 अप्रैल को सूर्य दोपहर 02 बजकर 09 मिनट पर मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। मेष राशि में सूर्यदेव 15 मई को सुबह 11 बजकर 01 मिनट तक रहेंगे और अश्विनी नक्षत्र में 28 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक रहेंगे। लगभग 30 दिनों के अंतराल पर सूर्यदेव एक-एक करके सभी बारह राशियों में गोचर करते हैं। ये चक्र मेष राशि से शुरू होकर मीन राशि तक चलता है और फिर मेष राशि से दोबारा शुरू हो जाता है। सूर्यदेव के मेष राशि में प्रवेश करने से मीन खरमास भी समाप्त हो जायेगा और बीते एक महीने से जो शादी-विवाह आदि शुभ कार्य बंद थे, वो भी फिर से शुरू हो जायेंगे।

सूर्य मेष राशि में परम उच्च तथा तुला में नीच के होते हेैं। सूर्य के मित्र चंद्र, मंगल, गुरु- शत्रु शुक्र, शनि व बुध सम हैं।

सन साइन

जन्म के समय सूर्य जिस राशि में होता है उसे सूर्य राशि कहते हैं। पाश्चात्य ज्योतिष में भविष्य फल को देखने के लिए सूर्य राशि का प्रयोग किया जाता है। पश्चिम के ज्योतिषियों का मानना है कि चंद्र राशि की अपेक्षा सूर्य राशि से जातकों का सटीक फलादेश बताया जा सकता है। सूर्य का उदय और सूर्य का अस्त होना राशि चक्र के निर्धारण के लिए प्रमुख कारक हैं। 

भूलोक यानी आकाशमण्‍डल को बारह भागों में बांटा गया है। हर एक भाग करीब करीब तीस डिग्री फैलाव लिए हुए हैं। कुल मिलाकर बारह भाग मिलकर 360 डिग्री का चक्र पूरा करते हैं। इनमें से प्रत्‍येक भाग को एक राशि कहा गया है। ज्‍योतिषीय गणना की दृष्टि से पहली राशि मेष को माना गया है, आकाशमण्‍डल यानी Zodiac की पहली राशि मेष Aries को माना गया है। दूसरी वृषभ Taurus, तीसरी मिथुन Gemini, , ग्‍यारहवीं कुंभ Aquarius और बारहवीं राशि मीन Pisces है।

अंग्रेजी में यदि आपका सन साइन 'एरीज ' है तो आपका यह महीना 21 अप्रैल से 20 मई तक शुभ रहेगा। यदि आपका जन्म 21 अप्रैल से 20 मई के मध्य 1,10,19,28 की किसी तारीख पर हुआ है तो आपकी सुख सुविधाएं बढ़ंेगी। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। धन संबंधी नई योजनाओं, नौकरी या व्यापार में नई योजनाएं बन सकती हैं। 

चंद्र राशि

हम यहां आपकी चंद्र राशि के अनुसार सूर्य के प्रभाव बता रहे हैं। जन्म पत्री में देखें कि चंद्रमा के साथ कौन सा अंक लिखा है। वही आपकी राशि होगी। यदि 1 है तो मेष राशि, 7 है तो तुला, 12 है तो मीन राशि।

5 राशियों के लिए शुभ है सूर्य का राशि परिवर्तन

सूर्य का राशि परिवर्तन वृष, मिथुन, कर्क,कुंभ और मकर राशि के लोगों के लिए लाभदायक रहेगा। इन लोगों को भाग्य का साथ मिलेगा और हर काम में सफलता हासिल करेंगे। घर-परिवार में सुखद वातावरण रहेगा। वैवाहिक जीवन में सुख और शांति बनी रहेगी। चमक सकता है करियर, खुशहाल होगा पारिवारिक जीवन।

4 राशियों के लिए शुभ नहीं रहेगा सूर्य

मेष, सिंह, कन्या और मीन राशि के लोगों के लिए सूर्य की स्थिति परेशानियां बढ़ा सकती हैं। किसी भी काम में कड़ी मेहनत करना होगी, लेकिन आशा के अनुरूप सफलता नहीं मिल पाएगी। मानसिक तनाव बना रहेगा और इस वजह से एकाग्रता नहीं बन पाएगी। हानि से बचने के लिए विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें। सावधान रहें।

3 राशियों के लिए सामान्य रहेगा समय

तुला, वृश्चिक और धनु राशि के लोगों के लिए मीन राशि का सूर्य सामान्य फल देने वाला रहेगा। सूर्य की वजह से कोई बड़ा परिवर्तन इन लोगों के जीवन में नहीं होगा। जितना काम करेंगे, उतना लाभ प्राप्त कर पाएंगे। लापरवाही न करें, वरना हानि हो सकती है।

मेष - ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। महत्वपूर्ण लेन-देन हो सकता है। भूमि, भवन आदि की खरीदी-बिक्री करते समय सावधानी रखें। आपके साथ धोखा होने की भी संभावना है। संतान की ओर से कोई शुभ समाचार भी महीने के अंत में मिल सकता है। माता-पिता की मदद से जमीन या भवन संबंधी फायदा भी आपको मिल सकता है।

वृष - सरकारी काम में किसी की मदद मिल सकतीे है। कोई महत्वपूर्ण फैसला भी ले सकते हैं। सेहत को लेकर भी आपको सावधान रहना होगा। पेट या छाती से जुड़ी समस्या हो सकती है। इस महीने आपको संभलकर रहना होगा। विद्यार्थियों को भी इस महीने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है।

मिथुन - आपको धन लाभ भी हो सकता है। कोई अच्छी खबर भी आपको मिल सकती है। कुछ नया करने की इच्छा आपके मन में रहेगी। मौसमी बीमारी से भी परेशान हो सकते हैं। अधिकारियों से अनबन होने की संभावना बन रही है। काम काज की अधिकता से या योजनाओं पर काम नहीं होने से आप परेशान हो सकते हैं। कोई गलत फायदा भी उठा सकता है।

कर्क - शुरुआती दिनों में आपकी इनकम ज्यादा नहीं होगी और खर्चे बढ़े हुए रहेंगे। करियर में आगे बढ़ने के मौके तो आपको मिल सकते हैं लेकिन उलझनें भी बढ़ी हुई रहेगी। इन दिनों में आपको कोई बड़े काम की जिम्मेदारी भी आपको मिल सकती है। वाहन भी सावधानी से चलाएं। चोट लगने की संभावना है। आसपास या साथ काम करने वालों से मदद नहीं मिल पाएगी। इससे आप दुखी भी हो सकते हैं।

सिंह - सोचे हुए काम समय पर पूरे हो सकते हैं। नौकरी और बिजनेस में कुछ नया करने का मन हो सकता है। इनसे जुड़ा कोई बड़ा फैसला भी आप ले सकते हैं। नई योजनाएं बनेंगी और उन पर काम भी हो सकता है। सोचे हुए कामों में देरी होने से आप परेशान भी हो सकते हैं। इन दिनों में अधिकारियों और अपने से बड़े लोगों से मुलाकात होने की संभावना है।

कन्या - लेन-देन और निवेश के मामलों में भी बड़े फैसले ले सकते हैं। वहीं पारीवारिक मामलों में आपको संभलकर रहना होगा। सोच-समझकर बोलें। बिना सोचे समझे बोलने के कारण आप परेशान हो सकते हैं। किसी से विवाद भी हो सकता है। आपकी बातों का गलत मतलब भी इन दिनों में निकाला जा सकता है।

तुला - बिजनेस में आपका फायदा बढ़ सकता है। नौकरीपेशा लोगों को आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं। इन दिनों में किए गए कामों से आने वाले दिनों में फायदा मिल सकता है। बच्चों के साथ समय बीत सकता है। संतान संबंधी जरूरी मामले निपटाने में आपका समय बीतेगा। भाइयों या दोस्तों के साथ विवाद होने की संभावना है। इस महीने आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं।

वृश्चिक - कुछ मामलों में आपको किस्मत का साथ नहीं मिल पाएगा। दौड़-भाग भी ज्यादा करनी पड़ सकती है। बिजनेस से जुड़े नए एग्रीमेंट हो सकते हैं। इन दिनों में आपको कामकाज में कोई चुनौती भी मिल सकती है। मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है। इन दिनाें में आपको कई मामलों में संभलकर रहना पड़ेगा।

धनु - बिजनेस में भी फायदा होने के योग बन रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों को आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं। प्रमोशन होने की संभावना है। नए कामों की जिम्मेदारी भी आपको इन दिनों में मिल सकती है। रुका हुआ पैसा आपको मिल सकता है। पुराने किए गए निवेश में भी आपको धन लाभ हो सकता है। नए लोगों से मुलाकात हो सकती है और संबंध भी अच्छे बनेंगे।

मकर - कई चिंताएं एकसाथ खत्म हो सकती है। धन लाभ होगा। सेविंग बढ़ सकती है। आप प्रॉपर्टी, वाहन या अन्य मामलों में पैसा निवेश करने का मन बना सकते हैं। खरीदारी करने का भी मन बनेगा। इस महीने आप छोटी यात्राएं करने की योजना भी बना सकते हैं। सेहत के मामलो में आपको संभलकर रहना होगा।

कुंभ - नौकरी और बिजनेस के मामलों में ये महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव वाला हो सकता है। कामकाज में मन नहीं लगेगा। कामकाज में की गई मेहनत का फायदा नहीं मिलने से आप दुखी हो सकते हैं। नए बिजनेस की योजनाएं इस महीने बन सकती हैं। कहीं पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं तो किसी अनुभवी से सलाह जरूर लें। सेहत के मामलों में भी संभलकर रहना होगा। इस महीने संतान और माता की सेहत को लेकर परेशान हो सकते हैं।

मीन - महीना आपके लिए सामान्य रहेगा। इन दिनों में सोचे हुए काम पूरे होंगे लेकिन कई मामलों में देरी भी हो सकती है। आसपास या साथ काम करने वाले अनबन हो सकती है। नया काम तो मिलेगा लेकिन उसमें मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है और आपको मेहनत का फायदा भी कम ही मिल पाएगा। इस महीने आपको सेहत के मामलों में भी संभलकर रहना होगा।

सूर्य कमजोर हो तो ?

सूर्य अगर मजबूत हो तो हमें मान- सम्मान, सुख-समृध्धि मिलती है पिता का संग और सहयोग मिलता है. अगर सूर्य कमजोर हो तो पिता से नहीं बनेगी, सरकार से या सरकारी नौकरी में सस्पेंड होना या झूठे आरोप लगना मान सम्मान को ठेस पहुंचना आदि परेशानी रहेगी.

कमजोर सूर्य की निशानी

* गुरु, देवता और पिता साथ छोड़ देते हैं.

* राज्य की ओर से दंड मिलता है

* नौकरी चली जाती है.

* सोना खो जाता है या चोरी हो जाता है.

* यदि घर पर या घर के आस-पास लाल गाय या भूरी भैंस है तो वह खो जाती है या मर जाती है.

•यदि आपको अधिक आलस आता है तो सूर्य की स्थिति अशुभ हो सकती है

•अगर आपके चेहरे पर तेज का अभाव है और आप हमेशा खुद को थका-थका महसूस करते हैं किसी काम को करने में आप आलस्य महसूस करते हैं

•हृदय के आसपास कमजोरी का आभास होता है

•सूर्य के अशुभ होने पर पेट, आँख, हृदय का रोग हो सकता है

•अहंकार इतना अधिक होना कि स्व,यं का नुकसान करते जाना,

•पिता के घर से अलग होना,

•कानूनी विवादों में फंसना और संपति विवाद होना,

•अपने से बड़ों से विवाद

सूर्य को अच्छा बनाने के विशेष उपाय –

सुबह जल्दी उठा कर स्नान आदि से शुद्ध होकर, शरीर पर हो सके तो कोई लाल वस्त्र धारण करें, फिर ताम्बे के लोटे में जल भरें| फिर इस जल में लाल चन्दन, थोडा कुमकुम और लाल फूल, जैसे गुलाब की पत्तियां डालें| फिर पूर्व की और मुंह करके दोनों हाथों से लोटे को सर से ऊपर उठा कर धीरे धीरे जल की धारा बना कर 7 बार में जल चढ़ाएं। यदि अपने घर में सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं तो जल के गिरने की जगह कोई बर्तन या बाल्टी रख लें, और एकत्रित जल को किसी गमले पौधे या पेड़ पर डालें। सूर्य को अर्घ्य देते समय गायत्री मन्त्र का जाप करते रहें। यदि गायत्री मन्त्र जपने में मुश्किल हो तो सिर्फ “ॐ सूर्याय नमः” “ॐ आदित्याय नमः का जाप करते रहें। जरुरतमंदों को इस दिन गेहूं, गुड और चांदी की कोई भी वस्तु दान करना शुभ माना जाता है। इस दान से स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का भी निवारण भी किया जाता है।

· सूर्योदय से पहले उठें।

· स्नान के बाद सूर्योदय के समय सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं और सूर्य मंत्र ऊँ भास्कराय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।

· सूर्यास्त के समय सोने से बचें। इस समय सोने से आलस्य बढ़ता है

· घर के बड़ों का अपमान न करें। जो लोग बड़ों का अपमान करते हैं उन्हें कभी भी सम्मान नहीं मिल पाता है।

· *रविवार के दिन देसी खांड, मसूर की दाल, सौंफ, छुआरे, शहद का दान करें।

· नारियल, सरसों और बादाम का दान देना चाहिए।

· जहां तक हो सके, जमीन संबंधी झगड़ों से बचें।

· शारीरिक कष्ट होने पर तांबे का 1 सिक्का बहते पानी में बहा देना चाहिए।

· रविवार का उपवास रखें। भोजन में नमक का त्याग करना चाहिए।

· जरूरतमंद और ने‍त्रहीन लोगों को दान दें और खाना बांटें।

· बंदरों को गुड़, चना तथा भुनी हुई गेहूं-शकर मिलाकर खिलाएं।

· लगातार 43 दिनों तक सरसों के तेल की कुछ बूंदें जमीन पर गिराएं।

· रविवार के दिन धार्मिक स्थान पर अपनी क्षमतानुसार दान करें।

· अपने घर के पवित्र स्थान पर चांदी की डिब्बी में गंगाजल भरकर रखें।

· रात को सिरहाने पानी रखकर सोने से पिता की आयुवृद्धि होगी।

· तांबे के 7 चौरस सिक्के जमीन में गाड़ें।

· काम पर जाते समय थोड़ा मीठा गुड़ खाकर पानी पी लें।

· शुक्ल पक्ष के रविवार से 800 ग्राम गेहूं और 800 ग्राम गुड़ मंदिर में चढ़ाएं। ये लगातार 8 रविवार करें।

· लाल रंग की गाय की सेवा करें।

· बहते हुए पानी में गुड़ बहाएं।

· दान या तोहफे के रूप में चांदी या सफेद वस्तु न लें।

· आप जिस बेड पर सोते हैं या जिस चारपाई पर सोते हैं, उसके पायों में तांबे की कील लगाएं।

· नीला और काला कपड़ा न पहनें।

· बहते पानी में तांबे का सिक्का डालें।

· महिला हैं, तो सिर ढककर रहें।

· शनिवार की रात में 5 मूलियां सिरहाने रखकर सोएं और अगले दिन सुबह धार्मिक स्थल पर दान में दे दें।

· तांबे के बर्तन में गेहूं भरकर धार्मिक स्थान में दान करें।

· अंध विद्यालय में भोजन कराएं और भोजन में मीठी वस्तु भी दें।

· तांबे के एक टुकड़े को काटकर उसके दो भाग करें. एक को पानी में बहा दें तथा दूसरे को जीवनभर साथ रखें.

· * ॐ रं रवये नमः या ॐ घृणी सूर्याय नमः 108 बार (1 माला) जाप करें. *

- मदन गुप्ता सपाटू , ज्योतिर्विद्, 458 सैक्टर 10 पंचकूला9815619620

 
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