सत्ताधारी आप पार्टी के उम्मीदवार को 2147 मतों से हरा कांग्रेस ने 2027 के पंजाब विस चुनावों के लिए बजाया जीत का बिगुलः विजयइंदर सिंगला
अखिलेश बंसल/बरनाला
विधान सभा के उप-चुनाव में बरनाला से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप सिंह ढिल्लों उर्फ काला ढिल्लों ने सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल को 2147 मतों से हरा करारी पटकनी दी है। वहीं आम आदमी पार्टी की राजधानी माने जाते बरनाला किले को धवस्त कर नए इतिहास की सृजना की है।
गौरतलब है कि आप पार्टी द्वारा खड़े किए उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल को 26079 मत पड़े, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वन्धी कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप सिंह ढिल्लों के पक्ष में 28226 मतदाताओं ने जीत का बटन दबाया। उधर भाजपा में पिछले समय के दौरान ही एंट्री लेने वाले उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों को मात्र 17937 वोट पड़े जबकि आप पार्टी द्वारा ठुकराए गए अपने मेहनती, होनहार व काबिल वर्कर गुरदीप सिंह बाठ को 16893 वोट पड़े।
उधर शिरोमणी अकाली दल – (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान द्वारा विस चुनाव के लिए खड़े किए गए उम्मीदवार गोबिंद सिंह संधू को 7896 मत मिल सके, जो कि विजयी हुए कुलदीप सिंह ढिल्लों के मुकाबले लगभग साढ़े तीन गुणा कम हैं।
व्यक्तित्व का किसे और पार्टी का किसे मिला वोटः
क्यूंकि भारत देश में राष्ट्रीय पार्टियों के मुकाबले क्षेत्रीय पार्टीयों की संख्या ज्यादा है, इस लिए तकरीबन हर चुनाव के परिणाम का आंकड़ा नए रूप से जन्म लेता है। इस बार बरनाला में हुए विधान सभा के उप-चुनाव में केवल दो उम्मीदवारों को उनके व्यक्तिगत, व्यक्तित्व, शिक्षा, अच्छे आचरण, उनके एवं उनके पूरे परिवार की देश के लिए कुछ कर गुजरने के स्मर्पण करने की भावना को देखते मतदाताओं ने उनके पक्ष में अपना वोट दिया। उनमें विजयी हुए उम्मीदवार कुलदीप सिंह ढिल्लों हैं। बाकी आप उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल, भाजपा उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों और शिअद-अ के उम्मीदवार गोबिंद सिंह संधू को उनकी पार्टी के कट्टर समर्थकों ने वोट दिया।
बरनाला से भी जीत सकती थी आपः
शनिवार को घोषित हुए पंजाब प्रदेश की चार विधान सभा सीटों के उप-चुनाव में तीन सीटें सत्ताधारी पार्टी की झोली में पड़ी हैं लेकिन अकेले बरनाला की सीट आप की झोली में नहीं जाने का नुकसान खुद आम आदमी पार्टी द्वारा लिए गए गलत फैसले के कारण हुआ। चुनाव परिणाम में चौथे नंबर पर रहे उम्मीदवार गुरदीप सिंह बाठ को केवल सिंह ढिल्लों से थोड़े कम लेकिन लगभग बराबर वोट पड़े। यद्यपि आप पार्टी हरिंदर सिंह धालीवाल को उम्मीदवार नहीं बनाकर गुरदीप सिंह बाठ को ही पार्टी टिकेट पर चुनाव में उतारती तो क्यास लगाया जा सकता था कि बाठ के पक्ष में कट्टर समर्थन युक्त और उनके अपने व्यक्तित्व, शिक्षा, अच्छे आचरण, उनकी देश के लिए कुछ कर गुजरने की भावना को देखते उनके पक्ष में भारी मतदान होता।
कुलदीप ने सिंगला के चरण छू लिया आशीर्वादः
जैसे ही कुलदीप सिंह ढिल्लों मतगणना केन्द्र से बाहर निकले तो सामने से आए पूर्व कैबिनेट मंत्री विजयइंदर सिंगला के पांव छूए और अपनी जीत को भावपूर्ण बता आशीर्वाद लिया। इधर सिंगला ने कांग्रेस पार्टी की ओर से भव्य अभिनंदन करते और माथा चूमते, खुशी भरे आसुंओं से कुलदीप सिंह ढिल्लों की जीत को पंजाब विधान सभा चुनाव-2027 के लिए बिगुल बजाना करार दिया।
लोगों से धोखा करने का भुगता आप ने नतीजाः विजयइंदर।
बरनाला केन्द्र आम आदमी पार्टी का किला माने जाने लगा था। आप ने अपने ही लोगों से धोखा किया। जिसका नतीजा पार्टी को भुगतना पड़ा। कुलदीप सिंह काला की जीत ने 2027 के चुनाव के लिए जीत का बिगुल बजाया है। उसके बाद प्रदेश में व्यापार, किरत, कृषि, शिक्षा, सेहत सहित बहुपक्षिय विकास होगा। लोग शांतिपूर्वक रह सकें।
दम होना चाहिए हर सहूलत पैदा कर सकता है विधायकः कुलदीप ढिल्लों
यह जीत मेरी नहीं बल्कि पूरे पंजाब की है। आम आदमी पार्टी के शासनकाल में बरनालावासियों को जिन मुशिकलों का सामना करना पड़ा है, उसकी अवधि आज खत्म हो गई है। सरकार के वह दावे जिनकी हवा निकल चुकी है जिनमें सरकारी स्कूलों की हालत निजी कान्वेंट स्कूलों जैसी बनाना, मुहल्ला कलीनिकों में फ्री ईलाज करना, पीने वाले पानी और सीवरेज का सुचारू प्रबंधन करना आदि शामिल है।
इस बार बरनाला में हुए विधान सभा के उप-चुनाव में केवल दो उम्मीदवारों को उनके व्यक्तिगत, व्यक्तित्व, शिक्षा, अच्छे आचरण, उनके एवं उनके पूरे परिवार की देश के लिए कुछ कर गुजरने के स्मर्पण करने की भावना को देखते मतदाताओं ने उनके पक्ष में अपना वोट दिया। उनमें विजयी हुए उम्मीदवार कुलदीप सिंह ढिल्लों हैं। बाकी आप उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल, भाजपा उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों और शिअद-अ के उम्मीदवार गोबिंद सिंह संधू को उनकी पार्टी के कट्टर समर्थकों ने वोट दिया।
कुलदीप सिंह ढिल्लों कहते हैं विधायक के अपने अधिकार क्षेत्र में बहुत कुछ होता है। एमएलए में दम होना चाहिए सभी काम हो सकते हैं। भले ही प्रदेश की विधान सभा में आप के विधायकों की संख्या ज्यादा होगी, लेकिन जनता की सहूलियत पैदा करने के लिए वह दिन-रात एक करने, संघर्ष करने के लिए तैयार-बर-तैयार रहेंगे। जनता को इंसाफ दिलाने या लोगों को सरकार से हर सहूलियत दिलाने के लिए यदि उन्हें सरकार के समक्ष धरना लगाना पड़ा तो वह गुरेज नहीं करेंगे।
आर्टिस्ट जस्सी लौंगोवाल ने दी बधाई
मतगणना केंद्र पहुंचे पंजाब के कलाकार जस्सी लौंगोवाल ने कहा कि कुलदीप सिंह काला मेहनती, पढ़े-लिखे, सूझवान, बुद्धिजीवी युवा नेता हैं। वह कुलदीप सिंह ढिल्लों के परिवार से लंबे समय से परिचित हैं। परिवार लंबे समय से पार्टी के लिए समर्पित है। कुलदीप की जीत बरनाला विधान सभा क्षेत्र की एतिहासिक जीत है।
कुल 16 राउंड में हुई काउंटिंगः
गौरतलब हो कि बरनाला विस उप-चुनाव के लिए पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ने वालों समेत कुल 14 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। जिनमें हरिंदर सिंह धालीवाल, कुलदीप सिंह ढिल्लों, केवल सिंह ढिल्लों, गुरदीप सिंह बाठ, गोबिंद सिंह संधू, जय राम, यादविन्दर सिंह, सरदूल सिंह, सुखचैन सिंह आटला, जगमोहन सिंह, तरसेम सिंह, पप्पू कुमार, बग्गा सिंह काहनेके और राजू शामिल थे। इधर 99956 (54.7 प्रतिशत) लोगों ने मतदान किया था। जिनकी काऊंटिंग के लिए मतगणना केन्द्र में 16 टेबल लगाए गए थे।
यह रहा मतों का अंतरः
उम्मीदवार – (पार्टी) – प्राप्त मत. हरिंदर सिंह धालीवाल (आप) – 26079, कुलदीप सिंह ढिल्लों (कांग्रेस) – 28226 केवल सिंह ढिल्लों (भाजपा) – 17937, गुरदीप सिंह बाठ (निर्दलीय) – 16893. गोबिंद सिंह संधू (शिअद-अ) - 7896