दीपक सिंह/ चंडीगढ
गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (GCCBA-50) के प्रशिक्षण, प्लेसमेंट और काउंसलिंग सेल ने ICA के सहयोग से संपन्न जॉब फेयर ने शानदार सफलता हासिल की।
प्रिंसिपल डॉ. शशि वाही और डीन डॉ. संगम कपूर और IIC समन्वयक डॉ. अमरप्रीत एस. सिजर के दूरदर्शी नेतृत्व में, यह कार्यक्रम अवसरों के केंद्र के रूप में उभरा, कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर शशी वाहिनी ने कहा कि वह चाहती है कि बच्चों को काम करते-करते यदि नौकरी मिल जाए तो उसे जैसी अच्छी चीज कोई नहीं हो सकती, इसी सोच के परिणाम स्वरुप उन्होंने इस कार्यक्रम का आयोजन किया , जिसमें ट्राई-सिटी के प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेजों के 200 से अधिक उम्मीदवारों ने उत्कृष्ट भागीदारी की। अंतिम राउंड के लिए अच्छी संख्या में उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया। भाग लेने वाली शीर्ष स्तरीय कंपनियों में विप्रो, पेटीएम, जेनपैक्ट, टेलीपरफॉर्मेंस, जस्ट डायल, पटारी, क्वेस कॉर्प और माइंड सॉल्यूशंस आदि शामिल थीं।
डॉ. मोनिका अग्रवाल (समन्वयक) और डॉ. आरती कौशल (संयोजक) ने त्रुटिहीन निष्पादन सुनिश्चित किया। छात्र प्लेसमेंट समन्वयकों ने इस कार्यक्रम की संकल्पना और क्रियान्वयन में शानदार काम किया। भर्तीकर्ताओं ने छात्रों की असाधारण प्रतिभा की प्रशंसा की, जबकि उपस्थित लोगों ने कैरियर की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
डॉ. मोनिका अग्रवाल (समन्वयक) और डॉ. आरती कौशल (संयोजक) ने त्रुटिहीन निष्पादन सुनिश्चित किया। छात्र प्लेसमेंट समन्वयकों ने इस कार्यक्रम की संकल्पना और क्रियान्वयन में शानदार काम किया। भर्तीकर्ताओं ने छात्रों की असाधारण प्रतिभा की प्रशंसा की, जबकि उपस्थित लोगों ने कैरियर की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
नौकरी मेले ने उद्योग-अकादमिक सहयोग के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य को आकार देने के लिए GCCBA टीम के समर्पण को मजबूत किया, जिससे पेशेवर शिक्षा में अग्रणी के रूप में इसकी प्रतिष्ठा मजबूत हुई।
प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट घरानों के कुलीन अधिकारियों में विप्रो से विग्नेश, पटारे से सुश्री रेखा ठाकुर, टेक महिंद्रा से सुश्री गुरमीत कौर और क्वेस से अजय शामिल थे। प्रस्तावित पैकेज ₹2.5 LPA से ₹5.5 LPA के बीच है।
प्रोफेसर डॉ मोनिका अग्रवाल ने बताया 200 से ज्यादा बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया और 50 के लगभग बच्चों को मौके पर ही चुन लिया गया। वह इसके परिणाम से काफी प्रभावित है और निकट भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम करते रहेंगे जिससे बच्चों को फायदा हो।