सुरेश गर्ग ने बताया कि महाराजा अग्रसेन का जीवन चरित्र अहिंसा, सहयोग, सहचारिता, सहनशीलता, विकास, निर्माण, समानता एवं समाजवाद पर आधारित था। उन्होंने हमेशा अपने राज्य में रहने वाले लोगों को समानता का अधिकार दिया। साथ ही एक रुपया-एक ईंट की रीत चलाई, जिसमें कोई भी गरीब होता था, उसे राज्य के सभी एक लाख लोग एक रुपया और एक ईंट देकर रातोंरात साधन संबंध बना देते थे।