चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री।
पंजाब मेरा हार्ट है, पंजाब मेरे रोम -रोम में बसा है। पंजाब की मिट्टी की खुशबू में एक महीना रहकर शूटिंग की, मुझे बहुत अच्छा लगा। यह बात प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रीति सप्रू ने कही। वह पंजाबी फिल्म काके द ब्याह के प्रमोशन के लिए अपनी टीम के साथ चंडीगढ़ में आई हुई थी। एक अन्य पंजाबी व मराठी फिल्म भी कर रही हैं।
लगभग दो दशक बाद प्रीती ने फिल्मों में वापसी की, क्या कारण रहा? पूछने पर कहा कि हां मैने 18 साल बाद अपने क्लोज फ्रेंड मनमोहन और कोहली के बहुत कहने के बाद ही यह फिल्म की। इसमें काके की मां का रोल है। इसमें मेरी सास है जो मुझे पसंद नहीं करती क्योंकि उनके बेटे ने लव मैरिज की थी । अब मेरे काके के ब्याह का मौका है मैं चाहती हूं कि बहू मेरी पसंद की आये जबकि सास चाहती कि उसकी पसंद की आये और बेटा कुछ और ही चाहता है। इसी फैमली ड्रामे के बीच फिल्म चलती है।
प्रीति ने बताया कि उन्होंने 15 वर्ष की उम्र में सरपंच फिल्म से फिल्मी सफर की शुरूआत की थी । 25 साल पंजाबी फिल्मों की हीरोइन के रूप में काम किया है । धमेंद्र, दारा सिंह और बीरेंद्र के साथ काम किया है।
उन्होंने अपने यादगार क्षणों को याद करते हुए बताया कि आतंकबाद के समय में एक बार वह पंजाब से गुजर रहीं थी कि आतंकवादियों ने घेर लिया साथ में वीरेन्द्र जी भी थे वह गाड़ी से उतरे और कहा यह भी पंजाब के लोग ही हैं मेरे भाई ही हैं । उन्होंने उन से बात की जब उन्हें पता लगा कि गाड़ी में अभिनेत्री प्रीति सप्रू है तो उन्होंने छोड़ दिया । वह मेरे फैन थे। बीरेंद्र के साथ बहुत काम किया बहुत सी यादें हैं। मु्बंई में उनकी फिल्म यारी जट दी और उच्चा दर बाबे नानक दा फिल्म दोनों एक साथ लगी थी मैने कहा कि बीरेन्द्र तेरी फिल्म तो गई, पर हुआ बिल्कुल इसका उलट यारी जट दी सुपर हिट गई । बीरेंद्र पंजाब की नब्ज को पहचानते थे ।
उन्होंने बताया कि जब वह लोकडवाला में गुरदास मान के घर की ऊपरी मंजिल में रहती थी तभी एक दिन गुरदास मान जोर जोर से घंटी बजाई और बताया कि बीरेंद्र को आतंकवादियों ने मार दिया मैं शॉक रह गई । उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री मेरे खून में है। मेरे पेरेंटस दोंनो एक्टर थे। फिल्म टेक्नोलॉजी बदली है पंजाबी सिनेमा विकसित हो रहा है। अच्छा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि फिल्म इंडस्ट्री के सभी लोगों को कलाकारों, डायरेक्टर और प्रोडयूसर का आदर करना होगा, लाइव रखना होगा तभी फिल्में विकसित होगी।
उनकी फिल्म काके दा व्याह एक फरवरी को रिलीज होगी। जिसमें उनके साथ प्रसिद्ध गायक जार्डन संधू भी अपनी अदाकारी के रंग बिखेरेंगे। उनके साथ साथ फिल्म में प्रभ ग्रेवाल, निर्मल ऋषि, हरवी संघा, अरुण बाली आदि ने भी काम किया है।
उन्होंने बताया कि पंजाबी फिल्म स्टार स्व. वीरेंद्र व सतीश कौल आदि के साथ उनकी जोड़ी खूब मशहूर हुई थी। उन्होंने बताया कि अर्से बाद उनको जब इस फिल्म का प्रस्ताव मिला तो वह मना नहीं कर पाई। उन्होंने बताया कि इस फिल्म को करने के दौरान उन्होंने खूब आनंद लिया।
आजकल बीमारी चल रहे अपने जमाने के लोकप्रिय फिल्म एक्टर सतीश कौल के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने फिल्म लाइन से जुड़े कलाकारों से उनकी बढ़चढक़र मदद करने की अपील की है।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए जार्डन संधू ने कहा कि वह गायकी के साथ साथ फिल्मों में अदाकारी को भी संजीदा तौर पर ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस फिल्म में उन्होंने टाईटल सांग गाया है जो कि काफी हिट हो रहा है। इस फिल्म को राय युवराज बैंस ने डायरेक्ट किया है जबकि निर्माता वीनीत उपाध्याय हैं। इसके अलावा गीतकार बंटी बैंस व संगीत दावी सिंह का है।