चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री
डॉक्टरों और सेलिब्रिटीं ने सुखना लेक में एक अलग अंदाज में वेलेंटाइन डे मनाया। इस कार्यक्रम के दौरान कई मनोरंजक गतिविधियों को आयोजित किया गया, जिनमें कई मॉडल और गायक भी शामिल हुए। उन्होंने डांस, योग, गायन और रैम्प वॉक के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया और संदेश दिया कि वे नशों के शिकार होने के बजाय स्वस्थ मनोरंजन से अपनी जिंदगी में खुशियां लाएं।
उन्होंने मेकअप और ब्रेक-अप ट्रेंड्स की बजाय स्वस्थ लंबे समय तक चलने वाले खुशहाल रिश्तों के मूल्य पर जोर दिया जो लंबे समय में दिल को नुकसान पहुंचाते हैं।कार्यक्रम के आयोजक, डॉ.दीपक पुरी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं हैड, कार्डियक साइंसेज और आईवी हेल्थकेयर और ग्लोबल चेयरमैन- कार्डियोमर्सियन ने कहा कि एक सच्चा वेलेंटाइन वह है जो आपकी परवाह करता है और आपके अस्तित्व से जुड़े एक उद्देश्य को पूरा करने में आपकी मदद करता है ताकि आप एक स्वस्थ, सार्थक और खुशहाल जीवन जी सकें।
उन्होंने आगे कहा, महिलाओं के बीच हृदय रोगों के बढ़ते जोखिम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए फरवरी महीने को हार्ट मंथ के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि एक औसत भारतीय एक जापानी से 25 वर्ष कम जीता है और डब्ल्यूएचओ ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी है कि भारत 2020 तक दुनिया में कोरोनरी आर्टिरी रोग की राजधानी बन जाएगा।इसलिए इस बार का वेलेंटाइन डे सभी को अपने दिल के साथ-साथ अपने प्रिय के दिल का ख्याल रखने के लिए एक सही समय है
उन्होंने कहा, वर्तमान पीढ़ी में बदलते रिश्तों के पैटर्न से संबंधित सभी सकारात्मक और नकारात्मक भावनाओं और तनाव से हृदय प्रभावित होता है। दुनिया भर में किए गए कई अध्ययनों ने साबित किया है कि जो लोग स्थिर और भावनात्मक रूप से खुशहाल रिश्ते में हैं वे लंबे समय तक जीते हैं और स्वस्थ रहते हैं। वहीं जो लोग टूटे हुए रिश्तों के कारण अन्य लोगों से मेलजोल नहीं करते हैं, वे अपना ही नुक्सान करते हैं। इसके साथ ही उनमें दिल के दौरे, डायबटीज, कैंसर, डिप्रेशन और एडीक्शंस का खतरा अधिक होता है।