जालंधर, फेस2न्यूज:
बठिंडा से तीन मुलजिमों की गिरफ़्तारी के साथ, पंजाब पुलिस ने 7 दिसंबर को नकोदर के कपड़ा व्यापारी और उसके निजी सुरक्षा अधिकारी (पी. एस. ओ.) मनदीप सिंह के दोहरे कत्ल कांड को सुलझा लिया। इस कत्ल कांड का मास्टरमाईंड अमरीका स्थित अमनदीप पुरेवाला उर्फ अमन है, जो नकोदर का मूल निवासी है। यह जानकारी डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस पंजाब गौरव यादव ने दी।
गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान गाँव नंगला, तलवंडी साबो, बठिंडा के खुशकरन सिंह उर्फ फ़ौजी; बठिंडा के वेहन दीवान के कमलदीप सिंह उर्फ दीप; और गाँव जस्सी पौ वाली, बठिंडा के मंगा सिंह उर्फ गीता उर्फ बिच्छू के तौर पर हुई है। पुलिस टीमों ने गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों से वारदात में इस्तेमाल किया गया .30 बोर का पिस्तौल और रेकी करने के लिए इस्तेमाल की गई सफारी कार भी बरामद की है।
गौरतलब है कि 7 दिसंबर, 2022 को रात 8.30 बजे के करीब पाँच अनजान व्यक्तियों ने कपड़ा व्यापारी भुपिन्दर सिंह उर्फ टिम्मी चावला की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि उसके पी.एस.ओ. कॉन्स्टेबल मनदीप सिंह, जिसको भी गोलियाँ लगी थीं, ने बाद में जालंधर के कैपिटल अस्पताल में ज़ख्मों का दर्द ना बर्दाश्त करते हुए दम तोड़ दिया।
जि़क्रयोग्य है कि 3 नवंबर, 2022 को जालंधर ग्रामीण पुलिस ने टिम्मी चावला की शिकायत, जिसमें उसने कहा था कि उसे 30 लाख रुपए की फिरौती के लिए धमकी भरीं कॉल आईं हैं, पर कार्यवाही करते हुए भारतीय दंडावली की धारा 387 और 506 के अंतर्गत थाना नकोदर सिटी में एफ.आई.आर. दर्ज करके उसकी सुरक्षा के लिए दो कर्मचारी तुरंत तैनात किये गए थे।
डीजीपी यादव ने चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस हैडक्वाटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस ने दो मुख्य साजि़शकर्ताओं की पहचान बठिंडा के अमरीक सिंह और नकोदर मालड़ी के गुरिन्दर सिंह उर्फ गिन्दा के तौर पर की है, जिन्होंने अमनदीप पुरेवाल के निर्देशों पर रेकी की और शूटरों एवं हथियारों का प्रबंध किया। इसके अलावा बाकी के दो शूटरों की पहचान सतपाल उर्फ साजन और ठाकुर के तौर पर की गई है। उन्होंने आगे कहा कि फऱार शूटरों और दोनों साजि़शकर्ताओं को गिरफ़्तार करने के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं।
अमनदीप पुरेवाल के किसी अन्य गैंग या गैंगस्टरों के साथ संबंधों को नकारते हुए डीजीपी ने कहा कि मास्टरमाईंड अमनदीप पुरेवाल ने सरहदी राज्य में दहशत पैदा करने के लिए अपना नया गैंग शुरू करने की कोशिश में टिम्मी चावला को अपना पहला निशाना बनाया है और अमरीका से उसे फिरौती के लिए कॉल की। उन्होंने कहा कि इसके उपरांत अमनदीप पुरेवाल ने अमरीक सिंह और गुरिन्दर गिन्दा के साथ मिलकर टिम्मी चावला को मारने की साजिश रची और पाँच शूटरों का प्रबंध किया, जिन्होंने 7 दिसंबर की शाम को टिम्मी चावला और उसके पी.एस.ओ. पर गोलियाँ चलाईं। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब पुलिस इस गिरोह पर शुरूआत में ही नकेल कसने में सफल रही है।
इस सम्बन्धी और अधिक जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस कप्तान (एस.एस.पी.) जालंधर ग्रामीण स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि जि़ला पुलिस ने अलग-अलग पहलुओं से मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीमें गठित करके तेज़ी से कार्यवाही शुरू करते हुए कुछ कैदियों को पूछताछ के लिए अलग-अलग जेलों से प्रोडक्शन वॉरंट पर लाया और सी.सी.टी.वी. फुटेज और मोबाइल सेवा प्रदाताओं के डेटा के विश्लेषण के साथ तकनीकी जांच की, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण सुराग सामने आए जिसके स्वरूप दोषियों की गिरफ़्तारी में मदद मिली। इन दोषियों का कोई पिछला पुलिस रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि बाकी बचे मुलजिम शूटरों और साजिश रचने वालों को पकडऩे के लिए अगली जांच और तलाशी मुहिम जारी है।
जि़क्रयोग्य है कि इस सम्बन्धित थाना सिटी नकोदर में भारतीय दंडावली की धारा 302, 307 और 34 और आम्र्स एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 144 08 दिसम्बर को अलग मामला दर्ज किया गया।