फेस2न्यूज /चण्डीगढ़ :
आईडीपी एजुकेशन ने कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में शिक्षा ग्रहण करने के इच्छुक ट्राईसिटी के भावी विद्यार्थियों को वहां वर्तमान में अध्ययन कर रहे सफल छात्रों के साथ जोडने के लिए एक सत्र आयोजित किया जिसमें वर्तमान और पूर्व विद्यार्थियों ने अपनी आवेदन प्रक्रिया, छात्रवृत्ति आवेदन और आईडीपी एजुकेशन द्वारा विदेश में अध्ययन करने के अपने अनुभव की व्यक्तिगत यात्रा साझा की। इस अवसर पर पदमश्री सरदार जगजीत सिंह दर्दी मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए।
आईडीपी एजुकेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष कुमार व सुश्री कंचन बेदी, हेड, सेल्स एवं ऑपरेशन्स ने बताया कि कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ट्राईसिटी के छात्रों के बीच लोकप्रिय गंतव्य हैं। दोनों देशों ने हाल ही में वीजा नीतियों की घोषणा की है, जिसके तहत भारतीय छात्रों को अपने विश्वविद्यालय और वीजा आवेदन प्रक्रिया की योजना अधिक विवेकपूर्ण तरीके से बनानी होगी और जल्दी शुरू करना होगा।आईडीपी एजुकेशन जोकि विश्व की प्रमुख अध्ययन विदेश शिक्षा कंसल्टेंसी है, ने स्थानीय विद्यार्थियों के साथ कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में अध्ययन कर रहे सफल छात्रों को जोड़ने के लिए इस सत्र का आयोजन किया था। इस सत्र में छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्रों, विदेश शिक्षा विशेषज्ञों, काउंसलरों, वरिष्ठ अधिकारियों और विद्यार्थियों ने ग्लोबल शिक्षा के अपने अनुभवों को सांझा किया जोकि आईडीपी एजुकेशन द्वारा संभव हुआ। उल्लेखनीय है कि आईडीपी एजुकेशन आइलेट्स का सह-मालिक है, जिसे ब्रिटिश काउंसिल और कैम्ब्रिज असेसमेंट इंग्लिश के साथ साझेदारी में 1989 में लॉन्च किया गया था और तब से यह विश्व का सबसे लोकप्रिय उच्च-स्तरीय अंग्रेजी भाषा प्रवीणता परीक्षण बन गया है।
पिछले वर्ष, आईडीपी ने 1,13,000 से अधिक भारतीय छात्रों को शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश दिलाने में मदद की और उन्हें छात्र वीज़ा आवेदन प्रक्रिया को समझने में मार्गदर्शन किया। सत्र ने आईडीपी और इसके भागीदारों, जैसे आईसीआईसीआई बैंक, क्रेडिला और फ्लाइवायर के सहयोग को प्रदर्शित किया। यह साझेदारी छात्रों को उनके विदेश शिक्षा यात्रा के हर चरण में समर्थन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।