ENGLISH HINDI Friday, April 26, 2024
Follow us on
 
एस्ट्रोलॉजी

चुटकी भर नमक की कीमत तुम क्या जानो जनाब ?

December 10, 2019 09:21 AM

मदन गुप्ता सपाटू , ज्योतिर्विद्, चंडीगढ़। 9815619620

 नमक के बारे बहुत से मुहावरे, कहानियां, प्रयोग, उपयोग, भ्रांतियां, व्यंजनों में इसकी मात्रा आदि काफी प्रचलित हैं। टुथपेस्ट में नमक हो या न हो, कितना हो, रक्तचाप अधिक होने पर नमक खाएं या नहीं ,रविवार को नमक रहित भोजन करें या नहीं, व्रत में कौन सा नमक खाएं, काला या सेंधा.....ऐसे कई प्रशन दैनिक जीवन में चलते रहते हैं। नमक कम या अधिक होने पर तलाक तक हो गए हैं या अक्सर झगड़े होते देखे गए हेैं। नौकर कह सकता है- मैंनें आपका नमक खाया है हजूर.... या आप उसे कभी नमक हराम तक कह सकते हैं। जबां पे लागा रे नमक इश्क का, हाय तेरे इश्क का जैसा नमकीन गाना भी हमारी फिल्मों में आया। यानी जिधर देखो... उधर नमक ही नमक है।

अब नमक हराम या नमक हलाल फिल्मों के टाइटल्स हो सकते हैं परंतु नमक के बारे वास्तु और ज्योतिष क्या कहते हैं ? यह भी देख लें।

हमारे जीवन में नमक न हो तो जीवन बिल्कुल फीका हो सकता है, इसीलिए इस छोटे से पदार्थ का बहुत महत्व है।

खाने में नमक कम ज्यादा हो जाए तो तलाक तक नोबत आ जाती है। ज्यादा खाएं तो रक्तचाप बढ़ जाता है। इतवार को नमक रहित भोजन करने की सलाह दी जाती हेै।

बुल्गारिया,यूक्रेन, रोमानिया और ऐसे कई देशों में , नतक का हाथ से गिरना एक अपशकुन माना जाता है। भारत में नमक किसी के हाथ पर रखना भी दुर्भाग्य का सूचक एवं अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे आपसी संबंध खराब होते हैं। 

अब नमक हराम या नमक हलाल फिल्मों के टाइटल्स हो सकते हैं परंतु नमक के बारे वास्तु और ज्योतिष क्या कहते हैं ? यह भी देख लें।हमारे जीवन में नमक न हो तो जीवन बिल्कुल फीका हो सकता है, इसीलिए इस छोटे से पदार्थ का बहुत महत्व है।खाने में नमक कम ज्यादा हो जाए तो तलाक तक नोबत आ जाती है। ज्यादा खाएं तो रक्तचाप बढ़ जाता है। इतवार को नमक रहित भोजन करने की सलाह दी जाती हेै।बुल्गारिया,यूक्रेन, रोमानिया और ऐसे कई देशों में , नतक का हाथ से गिरना एक अपशकुन माना जाता है। भारत में नमक किसी के हाथ पर रखना भी दुर्भाग्य का सूचक एवं अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे आपसी संबंध खराब होते हैं। 

नमक की भी आज एक किस्म नहीं है। बाजार में 5 प्रकार के उपलब्ध हैं।

1.सादा नमक जिसे टेबल साल्ट भी कहते हैं और इसमें सोडियम और आयोडीन होते है।

2.संेधा नमक या रॉक साल्ट या पाकिस्तानी नमक जिसे व्रत में खाया जाता है। इसमें कैल्शियम, पोटाशियम व मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है। किडनी पेशेंट्स के लिए इस अच्छा माना जाता है क्योंकि यह बिना रिफाइन किये होता है।

3.काला नमक , समुद्री नमक को उच्च तापमान पर पिघला कर उसमें हरड़, बहेड़ा आंवला जैसी जड़ी बूटियां डाल कर बनाया जाता है और आयुर्वेदिक दवाओं, चूर्ण , चाट , मसालों आदि में इसका प्रयोग किया जाता है।

4.लो सोडियम नमक बी.पी, मधुमेह, आदि से ग्रस्त लोगों के लिए है।

5.सी साल्ट सादे नमक सा छोटी डली वाला होता हेै जो पेट के रोगों के लिए उपयोगी कहते हैं।

इनकी अलग अलग पैकिंग और केटेगरी जैसे फ्री फलो वाला आदि उपलब्ध हैं। 

ज्योतिष और वास्तु में नमक का उपयोग व प्रयोग कुछ और तरह का है।

इसे चंद्र और शुक्र ग्रह का प्रतीक माना गया है।

नमक के कुछ प्रयोग, वास्तु उपाय आप कर सकते हैं।

घर की दक्षिण - पश्चिम दिशा में नमक , कांच के बर्तन में ही रखें किसी और धातु में नहीं। इस पात्र में 7 लौंग डाल लें और हर सप्ताह बदल दें।

नमक, काली राई, 7 लाल साबुत मिर्चें, चौराहे की मिटट्ी और झाड़ू का तिनका लेकर, नजर लगे व्यक्ति के उपर से 7 बार बाएं हाथ से उल्टी दिशा में घुमा कर आग में जला दें। जल्द ठीक हो जाएगा।

वीरवार के दिन छोड़ कर ,सब दिन नमक का पोचा घर में लगाएं।

लाल कपड़े में नमक बांध कर प्रवेश द्वार पर लटकाएं, नजर या नकारात्मक उर्जा से बचाव रहेगा।

यदि आपकी संतान या कोई अन्य आपके कहने में नहीं है तो एक मुट्ठी नमक लेकर, इसे मोती या स्फटिक की माला से सफेद परिधान पहन कर ,अभिंत्रित करें और नमक उसके भोजन मिला दें।

म्ंात्र - ओम् भगवती भग भाग दायिनी देवदन्ती

मम वश्य कुरु कुरु स्वाहा।

नमक का प्रयोग सिर्फ खाने के लिए ही नहीं बल्कि नजर दोष को दूर करने के लिए भी किया जाता है। यदि आपको लगे कि घर के किसी सदस्य को नजर लग गई है, तो आप एक चुटकी नमक लेकर तीन बार उसके ऊपर से घुमाकर बाहर फेंक दें। मान्यता है कि इस से नजर दोष दूर हो जाता है।

शीशे के प्याले में नमक भरकर शौचालय और स्नान घर में रखने से उससे जुड़े वास्तुदोष दूर हो जाते हैं। इस का तार्किक कारण भी है। दरअसल, नमक और शीशा दोनों ही राहु ग्रह से जुड़ी चीजें हैं, जो इससे जुड़े नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में मददगार साबित होती हैं।

घर या कारोबार को बुरी नजरों या ताकतों से बचाने के लिए डली वाले नमक को लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर लटकाने से घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक उर्जा का प्रवेश नहीं होता है। इसी तरह व्यापारिक प्रतिष्ठान के मुख्य द्वार पर इसे लटकाने से नजर दोष से बचाव होता है और कारोबार में प्रगति होती है।

नमक को कभी भी किसी व्यक्ति को अपने हाथ से उसके हाथ में सीधे मत दीजिए। खुला ही नहीं नमक का पैकेट भी किसी के हाथ में सीधे देने से बचना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से आपसी संबंध खराब होते हैं।

घर में सकारात्मक उर्जा की वृद्धि के लिए रॉक साल्ट लैंप रख सकते हैं। यह पारिवारिक जीवन में आपसी तालमेल के साथ ही सुख समृद्धि को बढ़ाने में भी सहायक होता है। स्वास्थ्य संबंधी मामलों में भी यह सकारात्मक प्रभाव डालता है।

घर की नकारात्मक को दूर करने के लिए पानी में पानी में खड़ा नमक (समुद्री नमक) मिला पोछा लगाना चाहिए।

रात को सोने से पहले गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक मिलकार हाथ-पैर धोने से न सिर्फ थकान एवं तनाव बल्कि राहु और केतु के अशुभ प्रभाव भी दूर होते हैं।

यदि किसी सदस्य को नजर लग गई हो तो एक मुट्ठी नमक लेकर उस सदस्य के उपर से उतारकर बहते पानी में डाल दें। यदि आस-पास बहते हुए पानी का कोई माध्यम न हो तो नल खोलकर बहते पानी में डाल दें।

यदि दांपत्य जीवन में खटपट चलती रहती हो तो पारिवारिक सुख शांति के लिए सेंधा या खड़े नमक का एक टुकड़ा लेकर अपने बेडरुम के किसी कोने में रख दें। इस उपाय को करने से न सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी, बल्कि दांपत्य जीवन में भी खुशियां आएंगी। ध्यान रहे नमक के इस टुकड़े को समय-समय पर बदलना न भूलें।

प्रत्येक व्यक्ति के यहां नमक वाले भोज्य पदार्थ का सेवन न करें। विशेष रूप से जिस व्यक्ति को आप बिल्कुल नहीं पसंद करते, उसके यहां तो भूलकर भी नमक वाला भोजन खाएं। हमेशा उस आदमी के यहां नमक वाला भोजन खाएं, जिसे आप पसंद करते हों।

मान्यता है कि आप जैसे आदमी का नमक खाते हैं, वैसे ही संस्कार आपके भीतर आने लगते हैं।

ऐसी स्थिति में यदि स्वीट डिश न उपलब्ध हो तो आप गुड़ का एक टुकड़ा मांग लंे ,सौंफ खा लें, अर्थात होस्ट का नमक खाने के साथ साथ मीठा अवश्य खाएं ।

- मदन गुप्ता सपाटू, 458 सैक्टर 10, पंचकूला, हरियाणा, मो- 9815619620

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और एस्ट्रोलॉजी ख़बरें
नामवर ज्योतिष सम्राट नवदीप मदान का सम्मान वास्तु विशेषज्ञ परामर्श के बिना भी अपने घर या कार्यक्षेत्र में कर सकते हैं वास्तु के कुछ खास बदलाव वास्तु के अभाव का प्रभाव हरमिटेज सेंट्रल के ज्योतिष शिविर में सैकड़ों ने दिखाई कुंडली करवा चौथ पर विशिष्ट संयोग,निसंकोच रखें व्रत, करें शुक्रास्त पर भी उद्यापन! हिन्दू त्योहार दो- दो दिन क्यों बताए जाते हैं ? इस वर्ष रक्षा बंधन, किस दिन मनाएं ? श्रावण मास में सोमवार व्रत का अत्यधिक महत्व : स्वामी सुन्दर लाल भार्गव कैसे सुहाना और सुनहरा है सावन...बता रहे हैं जाने माने ज्योतिषी पंडित सुन्दर लाल भार्गव पूर्णिमा: कैसे करें सुबह की शुरुआत गुरु के दिन