ENGLISH HINDI Saturday, March 29, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
तथास्तु चैरिटेबल पब्लिक स्कूल में सालाना वार्षिक परिणाम घोषित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के नौकरी मेले में 50 बच्चों का चयन एमसीए बेस्ट क्रिकेट टीम, चंडीगढ़ ने अपना लीग मैच जीतानियमों को ताक पर रख कर दिया था बिहार हेल्थ सोसाइटी ने वर्क ऑर्डर, पटना हाई कोर्ट ने एग्रीमेंट किया रद्दनपुंसकता एवं बाँझपन का सबसे बड़ा कारण बनी आधुनिक जीवनशैली : डा. ऋषिकेश पाईवॉर ऑन ड्रग्स: नशे के खिलाफ अभियान में समाज का अहम योगदान: डीआईजीआश्चर्यजनक किन्तु सत्य : दो साल से फुटपाथ पर गिरी हुई होने के बावजूद ट्रैफिक लाइट निभा रही है अपना फर्ज !चंडीगढ़-मोहाली में निकली श्री साईं पालकी शोभायात्रा, 59 भक्तों के घर पहुंचे साईं बाबा, 160 घरों में गई बाबा की धूनी
संपादकीय

लॉक डाउन में प्रीपेड मोबाइल को वैलिडिटी एक्सटेंशन का लाभ डी टी एच उपभोक्ता को क्यो नहीं

April 19, 2020 12:04 PM

संजय कुमार मिश्रा

 देशव्यापी लॉक डाउन में उपभोक्ताओं को हो रही दिक्कतों को देखते हुए टेलीकॉम कंपनियों ने रेगुलेटरी अथॉरिटी के सलाह पर अपने प्रीपेड मोबाइल सेवाओं की वैधता (जो लॉक डाउन पीरियड में समाप्त हो रही थी) को 3 मई 2020 तक बढ़ाने की घोषणा की है ताकि उपभोक्ता को रिचार्ज नहीं होने के कारण भी उसकी इनकमिंग कॉल जारी रहेगी और वो सेवा से जुड़े रहेंगे। लेकिन रिचार्ज की समस्या तो डीटीएच उपभोक्ताओं को भी है फिर उनके लिए ना तो ट्राई ने और ना ही कंपनियों ने कोई समुचित उपाय किए।

टाटा स्काई ने तो अपने उपभोक्ताओं को उधार की सुविधा प्रदान की है, लेकिन एयरटेल डिजिटल टी वी ने गिनती के चार चैनल जैसे रसोई एवं फिटनेस आदि को अपने ग्राहकों को मुफ्त में देने की घोषणा की है ताकि उपभोक्ता का कनेक्शन चालू रहे और कंपनियों का मीटर घूमता रहे।

एयरटेल डिजिटल टी वी ने तो अपने कई उपभोक्ता के टी वी रिचार्ज नहीं हो पाने के कारण बंद कर दिए, ऐसे ही चंडीगढ़ ट्राइसिटी में जीरकपुर के एक उपभोक्ता ने हमारे संवाददाता को बताया कि लॉक डाउन में उसके टीवी का रिचार्ज 18 अप्रैल को समाप्त हो गया और वो सोच ही रहे थे कि अब टीवी को कैसे रिचार्ज किया जाय तभी एयरटेल डिजिटल कंपनी से टैक्स्ट मैसेज आ गया टीवी बंद होने का।

सवाल ये भी है कि इस लॉक डाउन में जब सभी दुकानें एवम् प्रतिष्ठान बंद है और रिचार्ज की समस्या कमोबश सभी को है तो फिर ट्राई एवं टेलीकॉम कंपनियों द्वारा प्रीपेड मोबाईल उपभोक्ता एवम् डी टी एच उपभोक्ताओं के बीच अंतर की एक लकीर खींचना उचित है ? (संजय कुमार मिश्रा, सूचना के अधिकार और उपभोक्ता मामलों के कर्मठ कार्यकर्ता,  पत्रकार  हैं)   

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और संपादकीय ख़बरें