चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
ब्रिटेन के पहले दसतारधारी सिख संसद मैंबर तनमनजीत सिंह ढेसी को पैचवरक फाऊंडेशन यू.के. ने ‘न्यूकमर एम.पी. आॅफ द ईयर’ पुरुस्कार प्रदान किया है।
इस अवार्ड को सवीकार करते हुए ढेसी ने कहा, ‘‘संसद में मुझे मेरे द्वारा किये गए कार्यों को मान्यता देकर न्यूकमर एम.पी. आॅफ द ईयर पुरुस्कार से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। मैं लोगों का बहुत शुक्रगुजार हूँ जिन्होंने मुझे वोट देकर चुना और पैचवरक फाउंडेशन का भी धन्यवादी हूँ, जो बिना किसी पक्षपात के शानदार काम कर रहा है। साल 2017 में चुने जाने के बाद, मैंने बहुत कड़ी मेहनत की है और यह आगे भी जारी रखूँगा। अब हमें कमजोर लोगों की आवाज सुनना यकीनी बनाऐ जाने की जरूरत है।’’पंजाबी कल्चरल कौंसिल के चेयरमैन हरजीत सिंह गरेवाल, स्टेट अवार्डी, ने ढेसी को यह प्रतिष्ठित पुरुस्कार हासिल करने के लिए बधाई दी और कहा कि पूरे यूरोप में पहले दस्तारधारी सिख संसद मैंबर होने के नाते ढेसी ने हमेशा ब्रिटेन की संसद में अल्पसंख्यकों के मुद्दे उठाए हैं। गरेवाल ने कहा कि तनमनजीत सिंह ढेसी ने अपने हलके के साथ जुड़े सार्वजनिक मसलों के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों के साथ जुड़े मुद्दों को उभारते हुए हमेश ही मसाली काम किये हैं।
ढेसी के साथ ही संसद मैंबर साजिद जावेद को ‘एम.पी. आॅफ द ईयर’ पुरुस्कार मिला है।
पैचवरक फाउंडेशन के सीईओ इमरान सनउल्ला ने कहा, ‘‘संसद मैंबर ढेसी को घृणापूर्ण अपराध और भाईचारक एकता के लिए किये कार्यों स्वरूप सम्मानित किया गया है।’’
जिक्रयोग्य है कि अल्पसंख्यक वर्ग वाले समुदायों के साथ जुड़ी शख़्सियत को एमपी आॅफ द ईयर पुरुस्कार के साथ सम्मानित किया जाता है। यह प्रतिष्ठित पुरुस्कार परंपरागत तौर पर वेस्टमिन्स्टर स्थित महल के अंदर स्पीकर हाऊस में प्रदान किया जाता है जिसमें नामांकित और पुरुस्कार विजेताओं के अलावा देश भर के संसद मैंबर, हलके मैंबर, मास्टर क्लास ग्रैजुएट और कम्युनिटी नेता शामिल होते हैं।
इस दौरान पंजाबी कल्चरल कौंसिल के चेयरमैन हरजीत सिंह गरेवाल, स्टेट अवार्डी, ने ढेसी को यह प्रतिष्ठित पुरुस्कार हासिल करने के लिए बधाई दी और कहा कि पूरे यूरोप में पहले दस्तारधारी सिख संसद मैंबर होने के नाते ढेसी ने हमेशा ब्रिटेन की संसद में अल्पसंख्यकों के मुद्दे उठाए हैं। गरेवाल ने कहा कि तनमनजीत सिंह ढेसी ने अपने हलके के साथ जुड़े सार्वजनिक मसलों के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों के साथ जुड़े मुद्दों को उभारते हुए हमेश ही मसाली काम किये हैं।