राज सदोष
अबोहर: प्रथम ऐशियाई मिस व्लर्ड अमेरिका श्रीसैनी प्योर्टो रिको बंदरगाह क्षेत्र में 16 दिसंबर तक चलने वाली विश्वसुंदरी प्रतियोगिता में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने पहुंच गई है।
श्रीसैनी ने वहां पहुंचने के बाद अपने संदेश में कहा कि भगवान ने मुझे विश्व सुंदरी प्रतियोगिता के मंच तक पहुंचाया है। इस आशीर्वाद के प्रति आभार व्यक्त करने के लिये मेरे पास शब्द नहीं है। न केवल मेरे परिवार बल्कि दुनियां भर में मौजूद प्रशंसकों विशेष रूप से पंजाब व भारत के अन्य प्रदेशों में बसे लोगों ने मेरे प्रति आपार स्नेह व प्रोत्साहन जताया है।
अबोहर मूल की श्रीसैनी ने कहा कि मैं यहां करोडों अमेरिकियों व भारतीय विरासत का प्रतिनिधित्व करने आई हूं। बीते दस वर्षों में अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मैंने ईमानदारी से सामुदायिक सेवा अभियानों में सम्मिलत होने का प्रयास किया है। मैं शत प्रतिशत अमेरिकी और साथ ही भारतीय भी हूं।यह पहला अवसर है कि भारत से अमेरिका में जा बसी किसी युवती को विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान मिला है। हमारी बहुसांस्कृतिक विरासत को शिखर तक पहुंचाने में मैं पूरी ईमानदारी से जुटी रही हूं। मेरे निजि जीवन के संघर्ष ने एक गहरी सहानुभूति का उपहार दिया ताकि मैं जरूरतमंद बच्चों व अन्य वर्गों की सेवा कर सकूं। कोविड काल में भी मेरा जनसेवा अभियान जारी रहा।
यह पहला अवसर है कि भारत से अमेरिका में जा बसी किसी युवती को विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान मिला है। हमारी बहुसांस्कृतिक विरासत को शिखर तक पहुंचाने में मैं पूरी ईमानदारी से जुटी रही हूं। मेरे निजि जीवन के संघर्ष ने एक गहरी सहानुभूति का उपहार दिया ताकि मैं जरूरतमंद बच्चों व अन्य वर्गों की सेवा कर सकूं। कोविड काल में भी मेरा जनसेवा अभियान जारी रहा।