आरोपी ने कुछ दूर जाकर कार चालक को नशीला जूस पिला लैपटॉप, पर्स व मोबाइल लेकर फरार, 8 घंटे बाद चालक को आया होश
पिंकी सैनी /डेराबस्सी
डेरा बस्सी वासी एक व्यक्ति को कार में एक सवारी को बिठाना महंगा पड़ गया। जब सवारी कार चालक को नशीला जूस पिलाकर बेहोशी की हालत में उसका लैपटॉप पर्स, फोन और चेन वगैरह लेकर फरार हो गया। पीड़ित 8 घंटे बाद होश में आया तो उसने पूरी आपबीती बताई।
भुगतभोगी कार मालिक लखविंदर सिंह वासी डेरा बस्सी ने बताया कि वह ऋषिकेश में नौकरी करता है और शनिवार सुबह वह अपनी कार से ऋषिकेश से डेराबस्सी घर वापस आ रहा था। इस दौरान उसने एक बला बला नामक एप से शेयरिंग राइड के माध्यम से एक सवारी बैठा ली। उक्त सवारी ने रास्ते में कार चालक लखविंदर को कुछ चिप्स व जूस दिया जिसे पीकर उसे नशा हो गया और शाहाबाद हरियाणा तक गाड़ी ठीक-ठाक चलाने के बाद वह बेहोश हो गया।
इस बीच लखविंदर के गूगल खाते का पासवर्ड चेंज का मैसेज उनकी पत्नी के फोन पर आया जो लखविंदर के अकाउंट से सिंक्रोनाइज था। इसके बाद घबराए परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की और हरियाणा पुलिस व बला बला एप से मदद भी मांगी। वे लखविंदर की तलाश करते हुए काला अंब, शाहाबाद, नारायणगढ़ व अन्य पुलिस थानों में गए। उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर भी फोन किया लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की।
उसे कुछ याद नहीं कि वह कैसे अंबाला पहुंच गया। परिवार के मुताबिक लखविंदर ने सुबह साढ़े सात बजे पत्नी को फोन कर बताया था कि वह साढ़े आठ बजे तक डेराबस्सी पहुंच जाएगा। साढ़े आठ बजे जब लखविंदर की पत्नी ने फोन किया तो किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन उठाया और नारायणगढ़ पहुंचने की बात कही। जब उस अनजान शख्स को लखविंदर से बात करने के लिए कहा गया तो पहले तो वह उसे नजरअंदाज करने लगा, फिर जब उसने लखविंदर से बात करवाई तो लखविंदर से ठीक से बात नहीं हो रही थी।
उसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने लखविंदर का फोन बंद कर दिया। परिजन काफी देर तक फोन करते रहे लेकिन संपर्क नहीं हो सका। इस बीच लखविंदर के गूगल खाते का पासवर्ड चेंज का मैसेज उनकी पत्नी के फोन पर आया जो लखविंदर के अकाउंट से सिंक्रोनाइज था। इसके बाद घबराए परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की और हरियाणा पुलिस व बला बला एप से मदद भी मांगी। वे लखविंदर की तलाश करते हुए काला अंब, शाहाबाद, नारायणगढ़ व अन्य पुलिस थानों में गए। उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर भी फोन किया लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की।
इस बीच वे हरियाणा के टोल टैक्स पर भी पहुंचे और लखविंदर की गाड़ी के नंबर की जानकारी देने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने भी किसी तरह की मदद नहीं की। शाम करीब 4 बजे एक अनजान नंबर से उन्हें लखविंदर का फोन आया कि मैं अंबाला में हूं, मुझे ले जाओ। जिसके बाद वे उक्त जगह पर पहुंचे। वहां मौजूद शख्स ने बताया कि लखविंदर अपनी गाड़ी में ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बेहोश पड़ा था। मौके पर लखविंदर की नई गाड़ी तो मिल गई, लेकिन मोबाइल फोन, लैपटॉप, पर्स और अन्य सामान गायब था। लखविंदर को अंबाला अस्पताल ले जाकर डॉक्टर ने उसका इलाज किया। 24 घंटे बाद भी लखविंदर पूरी तरह से होश में नहीं है।