वोट शेयर के तौर पर भाजपा को इस बार कांग्रेस से मात्र 0.85 प्रतिशत वोट अधिक मिले: हेमंत. 5 वर्ष पूर्व अक्टूबर, 2019 में भाजपा और कांग्रेस के वोटों में था 10.53 लाख का अंतर जबकि वोट शेयर में साढ़े 8 प्रतिशत का अंतर रहा
फेस2न्यूज/ चंडीगढ़
15वीं हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को प्रदेश की सभी 90 वि.स. सीटों पर करवाए गए मतदान में वोटों की गिनती अर्थात मतगणना का कार्य गत दिवस मंगलवार 8 अक्टूबर को संपन्न हुआ जिसमें भाजपा को 48 सीटों के साथ नई विधानसभा में स्पष्ट बहुमत मिल गया है जबकि कांग्रेस को 37 सीटें प्राप्त हुईं हैं. वही इनेलो को 2 सीटें मिली हैं एवं 3 निर्दलीय विधायक जीते हैं.
इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट एडवोकेट एवं राजनीतिक-चुनावी विश्लेषक हेमंत कुमार (9416887788) ने बताया कि रोचक बात रह है कि बेशक भाजपा को कांग्रेस से 11 सीटें अधिक मिलीं हैं परंतु अगर सूक्ष्मता से देखा जाए तो पूरे प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस को कुल पड़े वोटों में केवल 1 लाख 18 हजार 198 वोटों का अंतर रहा है. जहाँ तक भाजपा को पूरे हरियाणा में 55 लाख 48 हजार 800 वोट अर्थात 39.94 % वोट मिले हैं, वही कांग्रेस को प्रदेश भर में 54 लाख 30 हजार 602 वोट अर्थात 39.09% वोट प्राप्त हुए हैं इस प्रकार दोनों पार्टियों में मत प्रतिशत का अंतर मात्र 0.85% रहा है.
18वी लोकसभा आम चुनाव में भाजपा, जिसने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, ने पूरे प्रदेश में 46.11 % वोट प्राप्त किये जबकि कांग्रेस पार्टी जिसने कुरुक्षेत्र लोकसभा हलके को छोड़कर, शेष 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये, को 43.67 % वोट ही मिले थे. अगर उक्त दोनों पार्टियों के वोट शेयर को वोटों में परिवर्तित किया जाए, तो भाजपा को हरियाणा प्रदेश में कुल 59 लाख 96 हज़ार 486 वोट प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस पार्टी को 56 लाख 79 हजार 473 वोट मिले. इस प्रकार भाजपा को कांग्रेस से 3 लाख 17 हज़ार 13 वोट अधिक प्राप्त हुए थे.
हेमंत ने बताया कि आज से 4 महीने पूर्व जून, 2024 में 18वी लोकसभा आम चुनाव के नतीजों में, जिसमें हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों में से भाजपा और कांग्रेस ने 5-5 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त की थी परन्तु जहाँ तक देश की दोनों प्रमुख और राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों को पूरे प्रदेश में प्राप्त हुए वोट शेयर एवं कुल वोटों का विषय रहा, तो इस सम्बन्ध में भाजपा ने कांग्रेस से 3 लाख से ऊपर वोट प्राप्त किए थे.
18वी लोकसभा आम चुनाव में भाजपा, जिसने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, ने पूरे प्रदेश में 46.11 % वोट प्राप्त किये जबकि कांग्रेस पार्टी जिसने कुरुक्षेत्र लोकसभा हलके को छोड़कर, शेष 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये, को 43.67 % वोट ही मिले थे. अगर उक्त दोनों पार्टियों के वोट शेयर को वोटों में परिवर्तित किया जाए, तो भाजपा को हरियाणा प्रदेश में कुल 59 लाख 96 हज़ार 486 वोट प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस पार्टी को 56 लाख 79 हजार 473 वोट मिले. इस प्रकार भाजपा को कांग्रेस से 3 लाख 17 हज़ार 13 वोट अधिक प्राप्त हुए थे.
इन चुनावों में हरियाणा में कांग्रेस के साथ मिलकर इंडी गठबंधन (इंडिया) के सहयोगी के तौर पर कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ी आम आदमी पार्टी (आप) का वोट शेयर केवल 3.94 % प्रतिशत रहा एवं उसके कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता को 5 लाख 13 हज़ार 154 वोट ही प्राप्त हुए थे. अगर विधानसभा हलकों के तौर पर बात की जाए, तो प्रदेश के कुल 90 विधानसभा हलको में से भाजपा ने 44, कांग्रेस के 42 जबकि उसकी सहयोगी आप ने 4 पर लीड( बढ़त) प्राप्त की थी.
हेमंत ने बताया कि 5 वर्ष पूर्व अक्टूबर, 2019 में हुए 14 वी हरियाणा विधानसभा आम चुनाव में भाजपा का प्रदेश भर में वोट शेयर 36.49% जबकि कांग्रेस पार्टी का 28.08 % रहा था. अगर प्राप्त वोटों की बात की जाए तो भाजपा को अक्टूबर, 2019 में प्रदेश भर में 45 लाख 69 हज़ार 16 वोट जबकि कांग्रेस को 35 लाख 15 हजार 429 वोट प्राप्त हुए थे. इस प्रकार भाजपा को तब कांग्रेस पार्टी से 10 लाख 53 हजार 587 वोट अधिक प्राप्त हुए थे.