गोहाना: गोहाना नगर में इस वर्ष भगवान श्री 1008 महावीर स्वामी जी के जन्म कल्याणक महामहोत्सव ने भक्ति, अध्यात्म और ऐतिहासिक गौरव का अनूठा संगम रच दिया। यह आयोजन न केवल दिव्यता से ओतप्रोत था, बल्कि इसमें घटित हुए दुर्लभ संयोगों ने इसे नगर के इतिहास में अविस्मरणीय बना दिया।
शोभायात्रा की भव्यता और ऐतिहासिक स्वर्णिम रथ का गौरव: 10 अप्रैल को नगर के श्री महावीर स्वामी दिगंबर जैन मंदिर, पुरानी अनाज मंडी से भगवान महावीर स्वामी जी की दिव्य शोभायात्रा का आयोजन हुआ। ऐतिहासिक स्वर्णिम रथ इस शोभायात्रा का केंद्रबिंदु रहा, जिसकी आभा से वातावरण आलोकित हो उठा। यह रथ शताब्दियों पुराना है और पीढ़ी दर पीढ़ी इसकी रक्षा करते हुए जैन समाज इसे केवल भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव जैसे विशिष्ट अवसरों पर नगर भ्रमण हेतु निकालता है।
दुर्लभ संयोग : दो सन्तों का एक साथ: इस बार का आयोजन इसलिए भी विशेष बन गया क्योंकि कई वर्षों बाद एक नहीं, दो-दो जैन सन्तों की पावन उपस्थिति इस महोत्सव को प्राप्त हुई। आर्यिका श्री सरस्वतीभूषण माता जी एवं श्रुताराधक सन्त क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी गुरुदेव की दिव्य छत्रछाया में निकली शोभायात्रा ने नगरवासियों को आध्यात्मिक उल्लास से भर दिया। श्रद्धालुओं ने इसे भगवान महावीर स्वामी का ‘अतिशय चमत्कार’ माना।
मुख्य दायित्वों में रहा समाज का समर्पण: शोभायात्रा का शुभारंभ रोटरी क्लब गोहाना सिटी के पूर्व अध्यक्ष सुधीर जैन उत्सव जैन (नंबरदार परिवार) द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। भगवान के सारथी बने अशोक जैन तरुण जैन नितिन जैन (जैन प्लाईवुड वाले) और प्रतिमा को गोद में उठाने का सौभाग्य एडवोकेट पंकज जैन, अध्यक्ष जैन सीनियर सै. स्कूल को मिला।
इस बार का आयोजन इसलिए भी विशेष बन गया क्योंकि कई वर्षों बाद एक नहीं, दो-दो जैन सन्तों की पावन उपस्थिति इस महोत्सव को प्राप्त हुई। आर्यिका श्री सरस्वतीभूषण माता जी एवं श्रुताराधक सन्त क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी गुरुदेव की दिव्य छत्रछाया में निकली शोभायात्रा ने नगरवासियों को आध्यात्मिक उल्लास से भर दिया। श्रद्धालुओं ने इसे भगवान महावीर स्वामी का ‘अतिशय चमत्कार’ माना।
अनिल जैन (पुत्र प्रेमधन जैन) व संदीप जैन उर्फ बॉबी ने चंवर डुलाने की सेवा निभाई, साथ ही सचिन जैन (पुत्र हीरालाल जैन, सम्मत पंसारी) ने जिनवाणी माता को गोद में लेकर स्थान पाया।
नगर भ्रमण में बिखरी श्रद्धा और सौहार्द: यह शोभायात्रा पुरानी अनाज मंडी, काठ मंडी, बरोदा रोड, समता चौक, सिविल रोड, रोहतक गेट, मेन बाजार, महावीर चौक, शहीद भगत सिंह चौक, दीनबंधु छोटूराम चौक, ओल्ड तहसील रोड से होकर गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज तक पहुंची। रथ यात्रा में अलग-अलग प्रकार के विशिष्ट बैंड दल, आकर्षक झांकियां और भगवान महावीर के जीवन के प्रसंगों ने नगरवासियों को भावविभोर कर दिया। रिमझिम वर्षा के रूप में जब देवताओं ने भी इस आयोजन की अनुमोदना की, तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो स्वयं इंद्र भी रथ यात्रा के स्वागतार्थ पुष्पवर्षा कर रहे हों। भगवान महावीर स्वामी जी के जन्म कल्याणक की खुशी में श्री सतीशचंद्र हलवाई ने 108 किलो के मावे और गोले के लड्डू समस्त नगर वासियों को बांटकर अपनी खुशी व्यक्त की
संध्या का दिव्य आयोजन : महावीराष्टक महादीपार्चनम्:* महोत्सव की संध्या को ‘सोने पर सुहागा’ बनाते हुए श्रुताराधक सन्त क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी के मुखारविंद से ‘महावीराष्टक महादीपार्चनम्’ का दिव्य आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें 9 महादीपकों को 9 परिवारों द्वारा समर्पित कराया गया। इस आयोजन का शुभारंभ हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. श्री अरविंद शर्मा ने सपरिवार प्रथम महादीपक अर्पित कर किया। साथ ही, उन्होंने मंडी मंदिर की धर्मशाला निर्माण हेतु 32 लाख रुपये की घोषणा कर जैन समाज को अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया।
जगन्माता पद्मावती महादेवी की दिव्य चौकी: भगवान के जन्म कल्याणक के भव्यतम आयोजन के पश्चात संध्याकालीन समारोह में सतीशचंद्र जैन पुत्र सचिन-रजनी जैन अंकित जैन पौत्र आयुष जैन, नैतिक जैन (हलवाई) के सौजन्य से जगन्माता मां पद्मावती महादेवी की दिव्य चौकी का आयोजन किया गया। इसमें स्वयं कैबिनेट मंत्री डॉ. श्री अरविंद शर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीटा शर्मा ने प्रथम कीर्तन कर भक्ति का शुभारंभ किया। इस संपूर्ण समारोह की अध्यक्षता श्रीमान उत्सव कुमार जैन नंबरदार परिवार गोहाना की रही।
सार्थकता और अनुमोदना: यह सम्पूर्ण आयोजन जैन समाज की आस्था, संगठन और सेवा भावना का प्रतीक रहा। संतों के आशीर्वाद, समाज के तन-मन-धन से सहयोग तथा श्रद्धालुओं की व्यापक भागीदारी से यह महोत्सव एक ऐतिहासिक अध्याय के रूप में अंकित हो गया।
इस महान आयोजन की सफलता में पूज्य गुरुओं की प्रेरणा एवं पुरानी अनाज मंडी मंदिर से जुड़े सभी परिवारों का अमूल्य योगदान रहा। प्रबन्धक कमेटी श्री महावीर स्वामी दि. जैन मन्दिर मण्डी, गोहाना ने समस्त सहयोगी श्रद्धालुओं एवं सेवाभावी परिवारों की अनुमोदना करते हुए हृदय से आभार प्रकट किया।