ENGLISH HINDI Saturday, April 19, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
जवान सीमाओं की सुरक्षा अपने जीवन का स्वर्ण काल देकर करते हैं: गृह मंत्री अमित शाहअग्रोहाधाम के प्राचीन टीले की खुदाई का कार्य का जायजा लेने पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्गराकेश शर्मा भाजपा के शहीद भगत सिंह जिले के सचिव नियुक्तपूरब प्रीमियम अपार्टमेंट्स टाउनशिप, मोहाली में लिफ्ट गिरने से महिला हुई गंभीर चोटिलगवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के वित्तीय साक्षरता क्लब ने फिनक्विज 2025 का किया आयोजन विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग , जिसमें पूरे देश से 850 से अधिक टीमों के 11500 युवाओं ने भाग लिया मोहिनी दीदी बनीं ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका48वीं अखिल भारतीय शहीद भगत सिंह ट्रॉफी : 14 अप्रैल को क्रिकेट मैच टीडीएल स्टेडियम, पंचकूला और बाबा बालक नाथ क्रिकेट ग्राउंड, कैंबवाला, चंडीगढ़ और चंडीगढ़ ट्राई सिटी ग्राउंड में होंगे
कविताएँ

मैं ही मैं

October 16, 2017 02:42 PM

— रोशन
अनंत आकाश है अनंत हैं उसकी ऊर्जा
हम—तुम तो हैं इस दुनियां का
ईक सूक्ष्म सा पुर्जा
खाए, खेले, रोए, कूदे
किया वही जो मन को सूझा
आन पड़ी जब विपत्ता तब
सहारा मिला ना उस बिन कोई दूजा
धरा बनी और बिगड़ी बारम्बार
समग्र अस्त्तिव आकाश रूप में
सदा ही गया है पूजा
अनंत है उसकी माया
विचित्र है उसकी लीला
ऐसी सूझी उसके मन में
मिट्टी को आंच लगा कर
पञ्च तत्वों का प्राणी खोजा
जल-वायु अग्नि आकाश धरातल
पृथ्वी का प्रालोक पातालतल
अखंड शक्ति का संचार चलाचल
कहां-कहां नहीं उसकी ऊर्जा
फिर भी ऐसा हुआ करिश्मा
हम-तुम
लिप्तमगन है अपनी धुन में
अपना इक संसार बनाकर
अपनी सृष्टि अपनी दृष्टि
और अपने में ही उलझा।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें