ENGLISH HINDI Monday, December 23, 2024
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
श्री जैनेंद्र गुरुकुल स्कूल पंचकूला में प्रधान पद के चुनाव में मुकेश जैन बिट्टू नवकार को प्रधान पद के लिए चुना तीसरा आरपी सिंह मेमोरियल अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट 2 जनवरी से होगा शुरू चेयरमैन इलेवन की टीम ने डायरेक्टर इलेवन की टीम को पराजित कर ट्रॉफी जीती मुख्यमंत्री ने नालागढ़ विस क्षेत्र को 31 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की दी सौगात"आसमां से आया फ़रिश्ता", में मोहम्मद रफी को याद किया गयानकली सोने को असली बताकर लोन दिलवाने वाला गोल्ड वांटेड मेन दिल्ली एयरपोर्ट से पंचकूला की इकनॉमिस्ट विंग ने किया गिरफ्तारआबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाईएकतरफा एवं भ्रष्ट सिस्टम ने अतुल सुभाष जैसे होनहार सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जान ले ली
कविताएँ

आखिरी ख्वाईश

March 23, 2018 05:38 PM

— शिखा शर्मा

आखिरी खत की आखिरी ख्वाईश
देश के उस वीर जवान की
क्रांति की लहर जगा कर
युवा-युवा में जोश की ज्वाला जला कर
कहा उसने हंसकर
अंगारों पर चलने के लिए
अब मैं तैयार हूँ

स्वाभाविक है जीने की तमन्ना
साकार हो आज़ादी का सपना
बुन ली स्वतंत्रता की चादर
तान कर सीना उस चादर में
कहा उसने हंसकर
गहरी नींद सोने के लिए
अब मैं तैयार हूँ

अपने ही देश में गुलामी सहना
जेल और बंद कमरों में सड़ना
इन सारी जंजीरों को तोड़कर
कहा उसने हंसकर
स्वतन्त्र सांस दिलवाने के लिए
अब मैं तैयार हूँ

क्रांति की मशाल जल चुकी है
आज़ादी की लौ भड़क उठी है
फंदे की रस्सी क्या झुलाएगी मुझे
कहा उसने हंसकर
फांसी पर झूलने के लिए मैं स्वयं
अब तत्पर हूँ तैयार हूँ।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें