ENGLISH HINDI Saturday, April 19, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
जवान सीमाओं की सुरक्षा अपने जीवन का स्वर्ण काल देकर करते हैं: गृह मंत्री अमित शाहअग्रोहाधाम के प्राचीन टीले की खुदाई का कार्य का जायजा लेने पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्गराकेश शर्मा भाजपा के शहीद भगत सिंह जिले के सचिव नियुक्तपूरब प्रीमियम अपार्टमेंट्स टाउनशिप, मोहाली में लिफ्ट गिरने से महिला हुई गंभीर चोटिलगवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के वित्तीय साक्षरता क्लब ने फिनक्विज 2025 का किया आयोजन विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग , जिसमें पूरे देश से 850 से अधिक टीमों के 11500 युवाओं ने भाग लिया मोहिनी दीदी बनीं ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका48वीं अखिल भारतीय शहीद भगत सिंह ट्रॉफी : 14 अप्रैल को क्रिकेट मैच टीडीएल स्टेडियम, पंचकूला और बाबा बालक नाथ क्रिकेट ग्राउंड, कैंबवाला, चंडीगढ़ और चंडीगढ़ ट्राई सिटी ग्राउंड में होंगे
कविताएँ

नववर्ष की वेला आने वाली है

January 01, 2019 10:21 AM

बेशक आज हमारा कैलेंडर बदल गया
लेकिन ऋतु नहीं बदली,
न मौसम बदला,
ना ही पृथ्वी का चक्र बदला,
ना पेड़ों ने पत्ते बदले,
ना शाखों ने नए फूल ओढ़े,
ना हवाओं का रुख़ बदला ,
ना ही प्रकृति ने खुद को बदला,
फिर हम क्यों खुद को बदलते जा रहे हैं?
जो कहती है धरा, नही सुन पा रहे हैं?
या फिर सुनना ही नहीं चाह रहे हैं ?
तो सुनो प्रकृति यह कह रही है
जब पृथ्वी अपना वर्ष पूर्ण करेगी
प्रकृति इठला इठला के कहेगी
धरती नई पत्तियों और फूलों की चुनर ओढेग़ी
चिड़ियाँ चेहचहाँएंगीं पक्षी गुनगुनाएंगे
सभी जीव नए उत्साह में झूमेंगे
जब पेड़ों में नई कोंपलों को देखकर,
सृष्टि में एक नई ऊर्जा का संचार होगा,
तब समझ जाना कि नव वर्ष है आया
और प्रकृति को शीष नावांनां
क्योंकि तब नई फसल कटेगी
जब बैसाखी और नवरात्र मनेगी
तभी नव वर्ष की सौगात मिलेगी
— डॉ नीलम महेंद्र

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें