ENGLISH HINDI Monday, December 23, 2024
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
श्री जैनेंद्र गुरुकुल स्कूल पंचकूला में प्रधान पद के चुनाव में मुकेश जैन बिट्टू नवकार को प्रधान पद के लिए चुना तीसरा आरपी सिंह मेमोरियल अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट 2 जनवरी से होगा शुरू चेयरमैन इलेवन की टीम ने डायरेक्टर इलेवन की टीम को पराजित कर ट्रॉफी जीती मुख्यमंत्री ने नालागढ़ विस क्षेत्र को 31 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की दी सौगात"आसमां से आया फ़रिश्ता", में मोहम्मद रफी को याद किया गयानकली सोने को असली बताकर लोन दिलवाने वाला गोल्ड वांटेड मेन दिल्ली एयरपोर्ट से पंचकूला की इकनॉमिस्ट विंग ने किया गिरफ्तारआबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाईएकतरफा एवं भ्रष्ट सिस्टम ने अतुल सुभाष जैसे होनहार सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जान ले ली
एस्ट्रोलॉजी

पूर्ण चंद्र ग्रहण बुधवार 26 मई को

May 24, 2021 07:48 PM

नई दिल्ली, फेस2न्यूज:
26 मई 2021 को पूर्ण चंद्र ग्रहण घटित होगा। भारत में चंद्रोदय के तत्काल बाद ग्रहण की आंशिक प्रावस्था का अंत अल्प अवधि के लिए भारत के उत्तर पूर्वी हिस्सों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओड़िशा के कुछ तटीय भागों तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह से दिखाई देगा ।
यह ग्रहण दक्षिण अमरीका, उत्तर अमरीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्टिका, प्रशांत महासागर तथा हिंद महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा।
ग्रहण की आंशिक प्रावस्था का प्रारम्भ भा.मा.स. अनुसार घं.15 मि.15 पर होगा । ग्रहण की पूर्णावस्था भा.मा.स. अनुसार घं. 16 मि. 39 पर आरम्भ होगी । ग्रहण की पूर्णावस्था का अंत भा.मा.स. अनुसार घं. 16 मि. 58 पर होगा तथा इसकी आंशिक प्रावस्था का अंत भा.मा.स. अनुसार घं. 18 मि. 23 पर होगा ।
19 नवम्बर 2021 को घटित होने वाला अगला चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य होगा । यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जिसकी आंशिक प्रावस्था का अंत चंद्रोदय के तत्काल उपरांत अल्प अवधि के लिए अरुणांचल प्रदेश और असम के सुदूर उत्तर पूर्वी हिस्सों से दृश्य होगा।
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा को घटित होता है जब पृथ्वी सूर्य एवं चंद्रमा के बीच आ जाती है तथा ये तीनों एक सीधी रेखा में अवस्थित रहते हैं । पूर्ण चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की प्रच्छाया से आवृत हो जाता है तथा आंशिक चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा का एक हिस्सा ही पृथ्वी की प्रच्छाया से ढक पाता है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और एस्ट्रोलॉजी ख़बरें
ज्योतिष सम्मेलन में कुंडली दिखाने उमड़े लोग, प्रख्यात ज्योतिषाचार्य नवदीप मदान सम्मनित नामवर ज्योतिष सम्राट नवदीप मदान का सम्मान वास्तु विशेषज्ञ परामर्श के बिना भी अपने घर या कार्यक्षेत्र में कर सकते हैं वास्तु के कुछ खास बदलाव वास्तु के अभाव का प्रभाव हरमिटेज सेंट्रल के ज्योतिष शिविर में सैकड़ों ने दिखाई कुंडली करवा चौथ पर विशिष्ट संयोग,निसंकोच रखें व्रत, करें शुक्रास्त पर भी उद्यापन! हिन्दू त्योहार दो- दो दिन क्यों बताए जाते हैं ? इस वर्ष रक्षा बंधन, किस दिन मनाएं ? श्रावण मास में सोमवार व्रत का अत्यधिक महत्व : स्वामी सुन्दर लाल भार्गव कैसे सुहाना और सुनहरा है सावन...बता रहे हैं जाने माने ज्योतिषी पंडित सुन्दर लाल भार्गव