चंडीगढ़(आर.के.शर्मा )
व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फंड ने आज अपना पहला इक्विटी एनएफओ 'व्हाइटओक कैपिटल फ्लेक्सी कैप फंड' लॉन्च करने की घोषणा की। यह एक खुली अवधि की डायनैमिक इक्विटी स्कीम है जो लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश करती है। इस स्कीम का एनएफओ 12 जुलाई को खुलकर 26 जुलाई को बंद हो रहा है।
इस फंड में न्यूनतम निवेश 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के गुणक में किया जा सकता है। एनएवी पर 1% का निकास भार (एग्जिट लो) केवल तभी लागू होता है जब यूनिट्स को आवंटन की तारीख से एक महीने के भीतर रिडीम कराया जाता है और इस अवधि के बाद यूनिट्स रिडीम करने पर ‘शून्य‘ यानी कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बाजार पूंजीकरण दायरे में निवेश करके निवेशकों के लिए दीर्घकालिक धन का सृजन करना है। इस फंड का उद्देश्य एक सक्रिय, अच्छी तरह से विविध पोर्टफोलियो बनाना है, जो प्रमुख उद्योगों, आर्थिक क्षेत्रों और बाजार पूंजीकरण सेगमेंट में कंपनियों के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा, स्टाइल और सेक्टर एग्नॉस्टिक दृष्टिकोण (किसी विशेष सेक्टर में निवेश करने की बाध्यता से दूर) के साथ कोई बाजार पूंजीकरण पूर्वाग्रह विविधीकरण की ओर नहीं ले जाएगा जो निहित जोखिमों को कम करने में मदद करता है।
व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने 21 मार्च 2022 को चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में अपने ऑफिस का उद्घाटन किया। जालंधर, लुधियाना और अमृतसर में पहले से कंपनी के कार्यालय मौजूद हैं। यह पहल भारत के टी30 स्थानों को कवर करने की दिशा में उठाया गया एक और कदम है। साथ ही, यह कदम फिजिकल, वर्चु्अल और डिजिटल समेत सभी चैनलों की उपस्थिति के माध्यम से कंपनी को उच्च समावेशन हासिल करने में मदद करेगा। बड़ी आबादी और बढ़ती वित्तीय जागरूकता के साथ, चंडीगढ़ कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है।व्हाइट ओक को जो चीज अलग करती है, वह है निवेश प्रबंधन और प्रदर्शन का इसका मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड। व्हाइट ओक ग्रुप वैश्विक स्तर पर निवेशकों से भारत में निवेश की गई 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन करता है। इसके अलावा, अल्फा पीढ़ी पर टीम के फोकस ने स्थापना के बाद से लगातार विभिन्न फंडों में प्रतिस्पर्धी-समूहों के अग्रणी प्रदर्शन को प्राप्त किया है।
व्हाइटओक कैपिटल एएमसी ने पहले ही वितरकों को सूचीबद्ध कर लिया है और अगले 12-18 महीनों में देश भर के 80 शहरों में लगभग 100 शाखाएं खोलने की योजना है। भारत का म्यूचुअल फंड एयूएम देश के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के मुकाबले मात्र 12% है, जो वैश्विक रूप से अन्य बड़े बाजारों के मुकाबले बेहद कम है और अगले कुछ सालों में इसके दहाई अंकों में बढ़ने की उम्मीद है और इसमें गैर महानगरीय शहरों के बड़े पैमाने पर योगदान करने की संभावना है।
व्हाइट ओक कैपिटल मैनेजमेंट के संस्थापक प्रशांत खेमका, गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेंट के इंडिया इक्विटी और ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी व्यवसायों के सीआईओ थे। एएमसी का नेतृत्व सीईओ आशीष पी सोमैया के साथ सीबीओ प्रतीक पंत और एएमसी के सीआईओ रमेश मंत्री के पास होगा। यह व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट को भारत में कुछ भारतीय परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में से एक बनाता है जिसे एक निवेश पेशेवर द्वारा स्थापित किया गया था।
व्हाइट ओक को जो चीज अलग करती है, वह है निवेश प्रबंधन और प्रदर्शन का इसका मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड। व्हाइट ओक ग्रुप वैश्विक स्तर पर निवेशकों से भारत में निवेश की गई 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन करता है। इसके अलावा, अल्फा पीढ़ी पर टीम के फोकस ने स्थापना के बाद से लगातार विभिन्न फंडों में प्रतिस्पर्धी-समूहों के अग्रणी प्रदर्शन को प्राप्त किया है।
व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के सीबीओ श्री प्रतीक पंत ने कहा, “व्हाइट ओक में, हम सचेत रूप से एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाए रखना चाहते हैं जो हमारी टीम की स्टॉक चयन क्षमताओं को दर्शाता है, जिसमें बाजार का समय, सेक्टर, करेंसी या अन्य कारकों के प्रभाव समेत गैर स्टॉक विशिष्ट मैक्रो फैक्टर्स (वृहद कारक) शामिल नहीं है। हम उद्योग को मात देने वाले रिटर्न के साथ-साथ देश के खुदरा निवेशकों को सर्वश्रेष्ठ निवेश खुदरा उत्पाद मुहैया कराने की कोशिश करेंगे।”