अखिलेश बंसल/बरनाला
जिला बरनाला के गांव मेहता का अग्निवीर जवान जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी करते शहीद हो गया। जिसका पार्थिव शव सुबह गांव पहुंचा। और उसका सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सेवानिवृत्त सूबेदार नायब सिंह के अग्निवीर पुत्र शहीद जवान सुखविंदर सिंह की उम्र मात्र 22 साल की थी।
दो साल भी नहीं हुए थे भर्ती हुए कोः
शहादत को प्राप्त हुआ अग्निवीर शहीद जवान सुखविंदर सिंह पौने दो साल पहले ही भारतीय सेना में एक सैनिक के रूप में शामिल हुआ था। उन्होंने गुरु नानक स्कूल घुन्नस-तपा से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की। स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए जैसे ही विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था तो उसी दौरान सुखविंदर सिंह को अग्निवीर सेना में नौकरी मिली और उसने डिग्री हासिल करने समेत सभी कुछ एक तरफ करते देश की सेवा करने का चयन किया।
उल्लेखनीय है कि जवान सुखविंदर सिंह भारतीय सेना के अग्निवीर युनिट 4 में था। जैसे ही सुबह होते ही परिवार के पास जम्मू-कश्मीर से फोन से सूचना मिली कि उनका बेटा ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया है, तो पूरा परिवार सन्न सा रह गया।
बेटे की जगह पिता ने बेटे को दी मुखाग्निः
बुधवार की सुबह भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल सोनू कुमार के नेतृत्व में अग्निवीर जवान सुखविंदर सिंह का शव सेना वाहन से गांव पहुंचा तो मां रणजीत कौर, परिवार और पूरे गांववासियों का रो-रो बुरा हाल हो गया। गौरतलब है कि शहीद जवान का बड़ा भाई विदेश (कनाडा) गया है, जो ऐन मौके पर वह नहीं पहुंच सका। जिसको लेकर बेटे को मुखाग्नि बदनसीब पिता ने अपने हाथों से दी।
सरकारी सम्मान के साथ किया संस्कार
करीब 10 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को सेना वाहन द्वारा ही श्मशान घाट ले जाया गया। इस अवसर पर सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारी, एसडीएम तपा सुमनप्रीत कौर, डी.एस.पी. तपा मानवजीत सिंह सिद्धू, तहसीलदार राजेश आहूजा, नायब तहसीलदार सुनील गर्ग, और विधायक लाभ सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की।