ENGLISH HINDI Sunday, February 23, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
मलोया थाना प्रभारी से समावेश सदस्य विंग के सदस्यों ने की विभिन्न मुददों पर चर्चा, बीट बॉक्स स्थापित करने की मांग भी उठाईडंकी के जरिए अमेरिका गए डेराबस्सी के युवक की बीच रास्ते में कंबोडिया में बिमारी से हुई मौतओम साईं क्रिकेट अकादमी ने चंडीगढ़ हॉक्स क्रिकेट अकादमी को हराकर 5वें स्वर्गीय पन्ना लाल मेमोरियल अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में अपना लीग मैच जीत लियाठेकेदारों ने माँगा किए गए काम का भुगतान, बदले में मिली सलाखें कुल्लू की वासुकी और किन्नौर जिले की सांगला झील बदलते मौसम, जलवायु परिवर्तन और ग्लेशियरों के पिघलने का नतीजाजल्द आ रही है फिल्म "प्राइड ऑफ इंडिया", ओटीटी पर वेब सिरिज़ "जागो इंडिया" की हुई लॉन्चिंग अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर की पहली वर्षगांठ पर भव्य उत्सवचण्डीगढ़ नगर निगम के निर्माण कार्यों से जुड़े ठेकेदार निगम कार्यालय के बाहर बैठे धरने पर
कविताएँ

मेरा वजूद

August 02, 2017 06:13 PM

मैं कुछ भी नहीं 

फिर भी
बहुत कुछ हूं
एक अदना सा कलमकार
पन्नों का कलाकार
एक मैकेनिक
इलेक्ट्रिशियन
धोबी
और वो सब कुछ
जो जिंदगी जीने के लिए मांगती है
समय परिवर्तनशील है
बदल रहा है निरंतर
बदलेगा ही और बहुत कुछ
समय से पूर्व घट जाएं जो घटनाएं
वे नहीं जाती भुलाई
साथ जो पंसंद थी उसे
रहने न दिया परवरदिगार ने
दूसरी कोई ना मन को भायी
मैं कुछ भी नहीं
पर बहुत कुछ हूं
आकांक्षा यही होती है प्रस्फुटित
बोझ न बन जाउं किसी पर
कहीं ऐ मौत!
समय पर चलकर
यदि तूं न आई
तेरे स्वभाव से कुछ—कुछ
वाकिफ हो चला हूं
तूं निठल्ली या तो
समय से पूर्व आती है
या फिर
नाजो—नखरे दिखाती
कफन को तरसाती है
तुम्हें खुला निमंत्रण है
हृदय से तेरा है स्वागत
बैठा कर अपनी गोद में
वो चैन की नींद सुला देना
मैं कुछ भी नहीं फिर भी
बहुत कुछ हूं
— रोशन

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें