पहली बार पंजाब के एक प्रोडक्शन हाउस ने बनाई अंग्रेजी की फिल्म
आर के शर्मा /चंडीगढ़
भरपूर मौज-मस्ती करने के लिए तैयार रहें क्योंकि 'मंगू, द फाइटर' प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज होने के लिए तैयार है। अंग्रेजी फीचर फिल्म का ट्रेलर और पोस्टर यहां चंडीगढ़ प्रेस क्लब में इसकी निर्माता स्वर्णजीत कौर वरैच, लेखक व निर्देशक परविंदर सिंह वरैच और फिल्म के कलाकारों द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जारी किया गया।
यह पहली अंग्रेजी फीचर फिल्म है जिसे पंजाब के एक प्रोडक्शन हाउस द्वारा तैयार किया गया है। फिल्म रैड आई प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी है, जिसका कॉर्पोरेट ऑफिस मोहाली, पंजाब में है।
लेखक एवं निर्देशक परविंदर सिंह वरैच ने मीडियाकर्मियों को बताया कि 'मंगू' एक्वेरियम की एक छोटी मछली है। "पंजाब के प्रोडक्शन हाउस अक्सर पंजाबी या हिंदी फिल्में ही बनाते हैं, हमने एक नई शैली के साथ प्रयोग किया है और अंग्रेजी भाषा की एक फिल्म बनाई है।"
"फिल्म की कहानी इसकी ताकत है, यह ढर्रे से अलग हट कर है। मंगू घर के एक्वेरियम में मौजूद एक 'असली मछली' का नाम है, जो फिल्म का हीरो है। फिल्म बनाने में किसी भी तरह के एनिमेशन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। 'मंगू, द फाइटर' एक घर के फिश टैंक में रहने वाली मछलियों की कहानी है। घर का मालिक घर खाली कर देता है और मछलियों तथा पौधों के लिए केयरटेकर नियुक्त कर देता है। मैं पूरी कहानी यहां नहीं बता पाऊंगा क्योंकि तब सस्पेंस ही खत्म हो जाएगा, लेकिन इतना कह सकता हूं कि कहानी मंगू के साहस और वीरता को बहुत रचनात्मक तरीके से दर्शाती है।"
निर्माता स्वर्णजीत कौर वरैच ने कहा, "21 दिनों तक मोहाली और चंडीगढ़ में विभिन्न स्थानों पर फिल्म की शूटिंग की गई थी। दो करोड़ रुपये के बजट वाली यह फिल्म पूरी हो चुकी है और प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज के लिए तैयार है।"
"फिल्म की कहानी इसकी ताकत है, यह ढर्रे से अलग हट कर है। मंगू घर के एक्वेरियम में मौजूद एक 'असली मछली' का नाम है, जो फिल्म का हीरो है। फिल्म बनाने में किसी भी तरह के एनिमेशन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। 'मंगू, द फाइटर' एक घर के फिश टैंक में रहने वाली मछलियों की कहानी है। घर का मालिक घर खाली कर देता है और मछलियों तथा पौधों के लिए केयरटेकर नियुक्त कर देता है। मैं पूरी कहानी यहां नहीं बता पाऊंगा क्योंकि तब सस्पेंस ही खत्म हो जाएगा, लेकिन इतना कह सकता हूं कि कहानी मंगू के साहस और वीरता को बहुत रचनात्मक तरीके से दर्शाती है।"
'मंगू, द फाइटर' के निर्माण में आने वाली चुनौतियों के बारे में बात करते हुए, स्वर्णजीत कौर ने कहा कि शूटिंग का कठिन हिस्सा यह था कि हमें मछली के अपनी स्थिति में वापस आने और मुंह खोलने तक धैर्य के साथ इंतजार करना पड़ा। "दूसरी चुनौती जिसका हमने सामना किया वह थी बेतहाशा ठंड। एक्वेरियम में तापमान को नियंत्रित रखना बहुत महत्वपूर्ण था अन्यथा मछलियां बीमार हो सकती थीं। डबिंग के दौरान, हमें मछलियों के होठों की गति के साथ संवाद का मिलान करना था।"
इस अवसर पर लीड रोल करने वाले अभिनेता, विनमरजोत सिंह वरैच ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, "मुझे याद है कि लगभग 7 साल पहले मछली पर बनी एक फिल्म 'फाइंडिंग डोरी' हॉलीवुड में रिलीज हुई थी। उसके बाद हॉलीवुड और बॉलीवुड में जानवरों, खासकर मछली पर कोई फिल्म नहीं बनी। वास्तव में, अवतार और एवेंजर्स जैसी काल्पनिक फिल्मों के अलावा कोई भी फिल्म बच्चों के लिए बनाई ही नहीं गई। इसलिए हमें विश्वास है कि यह फिल्म, जो एक नई शैली पेश करेगी, बच्चों और बड़ों को समान रूप से उत्साहित करेगी।"
क्रिएटिव डायरेक्टर और सेकेंड लीड एक्ट्रेस, हरकिरण कौर वरैच ने कहा कि बच्चों को एक्वेरियम में रंगीन मछलियों के पल पसंद आएंगे, जबकि बड़ों को इसके पीछे की कहानी जरूर भाएगी। "यह एक अद्भुत कांसेप्ट के साथ अच्छी तरह से चित्रित फिल्म है," उन्होंने कहा।
उल्लेखनीय है कि रैड आई प्रोडक्शंस चलाने वाला वरैच परिवार पिछले 15 सालों से फिल्म व्यवसाय में है। उन्होंने अपनी फिल्मों और लघु फिल्मों के लिए कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। उनकी पहले की पुरस्कार विजेता फिल्मों में 'टैंक क्लीनर,' 'गेस्ट अनवांटेड,' और 'शू मेकर' प्रमुख हैं।
फिल्म के अन्य कलाकारों में रमनदीप, हैप्पी बनमाजरा और जसबीर ढिल्लों शामिल हैं। क्रू में शामिल हैं- सेकेंड यूनिट डायरेक्टर अनुराग शर्मा, प्रोडक्शन हेड मोहन शर्मा, चीफ असिस्टेंट डायरेक्टर साहिल कुमार, प्रोडक्शन मैनेजर हिमांशु और प्रोडक्शन कंट्रोलर रविंदर सिंह।
फिल्म की अवधि एक घंटा 45 मिनट है। मूल रूप से अंग्रेजी में निर्मित फिल्म को हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और उड़िया भाषा में डब किया गया है। जल्द ही इसे फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश, इतालवी, कोरियाई और यहां तक कि जापानी भाषा में भी डब किया जाएगा।