दीपक सिंह/ चंडीगढ़
ग्लो बल आर्ट क्रिएशंस द्वारा बहुत ही मक़बूल, बॉलीवुड बैकग्राउंड सिंगर पद्मश्री मोहम्मद रफ़ी की जन्म शताब्दी पर सुनहरे युग के रफी के गीतों का संगीत का कार्यक्रम "आसमां से आया फ़रिश्ता", शनिवार चंडीगढ़ प्रेस क्लब सेक्टर 27 में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में 35 कलाकारों ने रफ़ी के गोल्डन ईरा के गीत ग़ज़ल, रोमांटिक और धार्मिक गीत गाए। कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकार मोहाली, चंडीगढ़, राजपुरा, खन्ना, कालका, पंचकूला, खरड़, जीरकपुर अम्बाला से पहुंचे थे।
ग्लो बल आर्ट क्रिएशंस के प्रधान डा. मनजीत सिंह बल ने बताया कि इस समागम के मुख्य अतिथि थे डा भारत भूषण और विशेष मेहमान श्री नीले खान और सिंगर, एक्टर सुरमीत साहिब।
मंच संचालन श्री किशोर शर्मा और अनुराधा ने किया। आर्ट क्रिएशंस जनरल सेक्रटरी अरविन्द गर्ग के अनुसार मक़बूल गायक खूबसूरत शख्सियत, रफ़ी साहिब ने एक हजार से अधिक फिल्मों के लिए विभिन्न भाषाओं में लगभग 25000 गाने गाए हैं, रफी पंजाब से हैं और जिला अमृतसर के गांव कोटला सुल्तान सिंह में उनका जन्म हुआ था।
उम्दा गायकी के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री ये नवाज़ा था। सेकेट्री लाभ सिंह लहली ने सभी का धन्यवाद किया।