ENGLISH HINDI Thursday, January 23, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
नच उठेया, नच उठेया, जिंदड़ी दा तुम्बा नच उठेया...हिमाचल के वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर को यूएसए की यूनिवर्सिटी से मानद उपाधिसेवा भारती ने हरित कुम्भ अभियान के तहत हजारों थैले, थालियां और गिलास विधिवत पूजन करके प्रयागराज भेजे राष्ट्रीय पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी श्रीमती गीता अग्रवाल सर्वसम्मति से बनीं महासचिववनवासी कल्याण आश्रम पंजाब ने मनाया लोहड़ी उत्सव स्वर्गीय श्रीमती कृष्णा देवी मेमोरियल सीनियर महिला क्रिकेट टूर्नामेंट का चौथा संस्करण 23 जनवरी से डेराबस्सी में भारतीय जीवन बीमा निगम, सेक्टर-2, पंचकुला कार्यालय के नए एजेंट प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करेंगे जे.पी.एस. बजाजपिंजौर की कामधेनु गौशाला में बायो गैस प्लांट के ट्रायल में हवन पूजन
धर्म

अक्षरधाम सनातनम गीत से भाव विभोर हो रहे हैं हजारों दर्शक

October 13, 2023 12:53 PM

अबोहर, फेस2न्यूज ब्यूरो:
रोबिनसविले न्यू जर्सी अमेरिका में उदघाटित दुनियां के तीसरे अक्षरधाम में प्रवेश करने वाले दर्शकों को अक्षरधाम सनातनम गीत भाव विभोर कर देता है। उदघाटन अवसर पर मौजूद हजारों भारतीय व विदेशी नागरिकों ने इसे श्रवण करके स्वयं को आनंदित अनुभव किया।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक मुखिया महंत स्वामी महाराज के आशीर्वाद, ईश्वरचरण स्वामी की प्रेरणा से हिंदी व संस्कृत भाषा के विद्वान एवम योगाचार्य अक्षरजीवन स्वामी रचित इस गीत को पराग शास्त्री ने संगीतबद्ध किया है। अक्षरजीवन स्वामी सैंकडों गीतों के कारण अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं।
संस्कृत भाषा में रचित गीत का भावार्थ यह है कि स्वामीनारायण अक्षरधाम सुन्दर एवं शुभ है। यह एक कलात्मक कृति है जो दिल को छू जाती है। समर्पित स्वयंसेवकों की सेवा से निर्मित यह परिसर सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है। स्वामीनारायण अक्षरधाम भगवान का दिव्य निवास है।
अक्षरजीवन स्वामी का कहना है कि प्रमुख स्वामी महाराज से प्रेरित और महंत स्वामी महाराज के मार्ग दर्शन में निर्मित यह अति सुंदर भवन है जो शांति, खुशी और शक्ति प्रदान करता है।
गीत के माध्यम से संदेश दिया गया है कि अक्षरधाम शाश्वत है। यह जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सुसज्जित है और सुनहरे कलशों और ध्वजदंडों से अलंकृत जिसमें सभी देवी-देवता और मुक्त आत्माएँ निवास करती हैं।
स्वामीनारायण अक्षरधाम भगवान का दिव्य निवास है। यह माया से परे परम स्थान है। यहां प्रत्येक व्यक्ति, परिवार, समुदाय और देश सभी दिल से जुड़ सकते हैं। जहां पृथ्वी एक घोंसला बन जाती है और विश्व एक परिवार, यह सनातन हिंदू धर्म का रक्षक और पोषक है और दर्शको को इंसानियत सिखाता है। यह आत्माओं को भवसागर से पार लगाने में मदद करता है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
तुलसी दिवस के साथ शुरू हो जाएगा साईं उत्सव, 1 जनवरी को मचेगी धूम, बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक बाबा का करेंगे गुणगान महालक्ष्मी वरदान दिवसः अग्रवाल समुदाय के शक्तिपीठ तीर्थ स्थल अग्रोहा में चौथा 18 कुंडीय महायज्ञ 11 दिसंबर से छल्ला मेरे साईं दा, नाम साईं दा... कोई शास्त्र आपको पूजा पाठ नहीं सिखाता, जीना सिखाता है: जया किशोरी पंचकूला में श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह की तैयारियां तेज, बन रहा भव्य पंडाल मुख्यमंत्री ने मंच पर बिराज गौमाता को अपने हाथों से दूध पिलाया, गायक बी प्राक ने अपने भजनों से भगतों को निहाल किया हर काम में धार्मिक जागरुकता जरूरी : श्री मन्माधव गौड़ेश्वर वैष्णव आचार्य श्री पुण्डरीक गोस्वामी तिरुपति मंदिर के प्रसाद की जांच तक वितरण बंद किया जाए: लक्ष्मीकांता चावला श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में धूमधाम से मनाई गई राधा अष्टमी चंडीगढ़ के मठ मंदिर की झांकियां बनी आकर्षण का केन्द्र