लीलाधर शर्मा/फाजिल्का-
संस्कृत भाषा के विद्वान, राष्ट्रीय एवार्डी पंडित साधु राम शास्त्री की 11वीं पुण्यतिथी पर श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय में श्रद्वांजली कार्यक्रम हुआ। शनिवारप्रातः श्री रामचरितमानम के अखंड पाठ भोग के बाद उनके चित्र पर पुष्पांजली अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर वर्षों पहले अपने गुरु पंडित साधु राम शास्त्री से शिक्षा ग्रहण कर सरकारी नौकरी करने वाले दिल्ली वाली ब्रह्ा प्रकाश, प्रेम कुमार, सतीश कुमार डा. गुलाब शर्मा, ईश्वर दत्त, हरियाणा के जींद से गीता राम चंद्र कांत, कुरुक्षेत्र से रमेश कुमार, करनाल से गुरुदेव सभी शास्त्री की शिक्षा ग्रहण करने वाले जब अपने गुरु को नमन करने लगे तो उनकी आंखों से आंसू आने लगे।
उन्होंने फाजिल्का के इस महाविद्यालय में ली शिक्षा के दौर को याद कर अपनी गाथा भी सुनाई। पूर्व विद्यार्थी ने बताया कि गुरु साधू राम शास्त्री द्वारा दी गई शिक्षा के कारण ही वो देश के विभिन्न भागों में सर्विस कर सेवानिवृत्त हुए हैं।
महाविद्यालय के प्राचार्य राम स्वरूप शास्त्री ने अपने संबोधन में कहा कि माता-पिता के साथ-साथ गुुरु ही मानव जीवन को उज्जवल करता है। रम अवसर पर श्री ब्राह्मण सभा फाजिल्का के प्रधान राम शरण पुंज, पूर्व प्रधान अशोक शर्मा ने भी अपने विचार रखे। फाजिल्का के संत आत्मानंद गिरी व सुरिंदर गिरी ने भी अपने प्रवचन दिए। बाद में खुला भंडारा लगा।
स्व. साधु राम शास्त्री के सपूत्र ओमप्रकाश शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया।