फेस2न्यूज ब्यूरो / चण्डीगढ़
बैंगलोर के एक स्पेशल जन प्रतिनिधि अदालत ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, प्रवर्तन निदेशालय एवं अन्य के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होगी।
यह आदेश चुनावी बॉन्ड के जरिए जबरन वसूली के आरोपों के संबंध में आया है। ज्ञात हो कि जनाधिकार संघर्ष संगठन के आदर्श अय्यर ने निर्मला सीतारमण एवं अन्य के खिलाफ एक शिकायत (पीसीआर) दर्ज कराई थी। पीसीआर में आरोप लगाया गया था कि चुनावी बॉन्ड के जरिए जबरन वसूली की गई थी। इसके उपरान्त बेंगलुरु में 42वीं ACMM कोर्ट ने जारी किया कि तिलक नगर पुलिस अब निर्मला सीतारमण और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगी।
आदर्श अय्यर जनाधिकार संघर्ष परिषद (जेएसपी) के सह-अध्यक्ष हैं. उन्होंने मार्च में स्थानीय पुलिस को एक शिकायत दी थी जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिस कारण उन्होंने कोर्ट में याचिका दी। कोर्ट के आदेश के अगले ही दिन यानी शनिवार दोपहर करीब तीन बजे बंगलोर के तिलक नगर थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई जिसमें आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली के लिए सजा) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के साथ धारा 34 (सामान्य इरादे से किए गए कार्य) के तहत आरोप लगाए गए।
आदर्श अय्यर जनाधिकार संघर्ष परिषद (जेएसपी) के सह-अध्यक्ष हैं. उन्होंने मार्च में स्थानीय पुलिस को एक शिकायत दी थी जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिस कारण उन्होंने कोर्ट में याचिका दी।
कोर्ट के आदेश के अगले ही दिन यानी शनिवार दोपहर करीब तीन बजे बंगलोर के तिलक नगर थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई जिसमें आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली के लिए सजा) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के साथ धारा 34 (सामान्य इरादे से किए गए कार्य) के तहत आरोप लगाए गए।
इस मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजेंद्र सहित प्रवर्तन निदेशालय को भी आरोपी के तौर पर नामित किया गया है.
क्या थी शिकायत
शिकायत के अनुसार निर्मला सीतारमण और ईडी अधिकारियों ने चुनावी बॉन्ड के बहाने जबरन वसूली की और 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ उठाया। अय्यर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि नड्डा, कतील, विजयेंद्र और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के अन्य पदाधिकारियों की मिलीभगत से जबरन वसूली की गई। साथ ही उन्होंने दावा किया कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ईडी का इस्तेमाल विभिन्न कॉरपोरेट्स, उनके सीईओ, एमडी और कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों पर छापे, जब्ती और गिरफ्तारी करने के लिए किया ताकि उन्हें भुगतान करने के लिए मजबूर किया जा सके।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का मांगा इस्तीफा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मामले को लेकर बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा और सवाल किया कि अब बीजेपी के नेता कब इस्तीफा देंगे ? कांग्रेस पार्टी ने कथित चुनावी बॉन्ड "घोटाले" के सिलसिले में बीजेपी से पूछा है कि वो सीतारमण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कब शुरू करेंगे और उनसे इस्तीफा कब मांगेंगे।