जीरकपुर, कृत्रिका:
गाजीपुर के 15 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी दविंदर सैनी ने तमिलनाडु के इरोड में आयोजित इंडिया ताइक्वांडो कैडेट और सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर न केवल अपने माता-पिता का नाम रोशन किया बल्कि पूरे शहर का नाम भी रोशन किया है। ताइक्वांडो खिलाडी दविंदर इससे पहले भी कई गोल्ड मेडल और ट्रॉफी जीत चुका हैं। दविंदर ने बताया वह रोजाना 6 घंटे अभ्यास करता है। दविंदर सैनी ने 6 साल की उम्र में शौक के तौर पर ताइक्वांडो की कक्षाएं लीं और प्रतियोगिताओं में भाग लेने और पदक जीतने का सिलसिला शुरू हुआ।
दविंदर के पिता सतीश सैनी का कहना है कि उनका बेटा कोच हरजिंदर सिंह भट्टी के साथ ताऊ देवीलाल स्टेडियम सेक्टर 3 पंचकूला में सुबह-शाम प्रैक्टिस करता है।
खेलों में सक्रिय रहने वाला दविंदर पढ़ाई में भी अव्वल हैं। पंचकूला के स्काई वर्ल्ड स्कूल सेक्टर 21 में पढ़ने वाले दविंदर हर साल स्टूडेंट अवॉर्ड भी जीत चुके हैं। दविंदर के हुनर को देखकर स्कूल ने उसकी पढ़ाई का खर्चा उठाया है। दविंदर के पिता ने कहा कि वह इससे पहले दुबई, नेपाल और भारत के कई राज्यों में खेलों में हिस्सा ले चुका है और जीता है।
दविंदर ओलंपिक में खेलकर भारत के लिए ताइक्वांडो मार्शल आर्ट में पदक जीतने का सपना देख रहे हैं। वह युवाओं को ताइक्वांडो जैसे खेलों के बारे में भी शिक्षित करना चाहते हैं ताकि वे आत्मरक्षा सीख सकें। उनका सपना भारत में नंबर वन बनने का है। गाजीपुर के दविंदर की जीत की खुशी में घर पर बधाई देने वालों की भीड़ लगी हुई है।