पिंकी सैनी/डेराबस्सी
रामलीला मैदान के पास की जमीन को लेकर मुस्लिम समुदाय और दुकानदार के परिवार के बीच हुए विवाद के मामले में आज कुछ और अहम सीसीटीवी वीडियो सामने आए हैं. इन सीसीटीवी वीडियो से खुलासा हुआ कि आरोपी परिवार इस जमीन पर कब्जा करने की फिराक में था. लेकिन इससे पहले ही मुस्लिम समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने थाने का घेराव कर आरोपी परिवार के खिलाफ कार्रवाई की.
सीसीटीवी में पता चला कि आरोपियों की योजना घटनास्थल से सारा मलबा हटाने की थी. इसलिए उन्होंने जे.सी.बी. मशीनों की मदद से मलबा उठाने के लिए रामलीला मैदान में चार ट्रॉलियां तैनात की गईं।उनमें से एक ट्रॉली मलबा लेकर जा रही थी।
गली संकरी होने के कारण सीधे पहले आई ट्रैक्टर ट्रॉली को बैक करने में समय लग रहा था, जिसके बाद बाकी ट्रॉलियों को मलबा उठाने के लिए वापस भेजा गया ताकि समय बर्बाद न हो। वे केवल तीन ट्रॉली ही मलबा लेकर गए थे, लेकिन मौके पर शोर मच गया, जिसके कारण चौथी ट्रॉली को बिना मलबा उठाए ही वापस लौटना पड़ा।
इसी बीच स्थानीय लोगों ने दुकानदार...परिवार को रोकने की कोशिश की जिसे गिरफ्तार आरोपी रोहित सैनी अपने कुछ अज्ञात साथियों के साथ धक्का देते हुए दिखाई दे रहा है। जब वे नहीं हटे तो स्थानीय लोगों ने मुस्लिम समुदाय को सूचना दी. कुछ लोग पहले पहुंचे लेकिन वे रुके नहीं. इसके बाद यहां मुस्लिम समुदाय का जमावड़ा लगना शुरू हो गया. मौके पर मुस्लिम समुदाय की मौजूदगी बढ़ गई, जिन्होंने मौके पर पुलिस बुलाने के साथ ही अतिक्रमण का विरोध भी किया.हो गया लेकिन जब वे नहीं हटे तो उन्होंने थाने का घेराव कर दिया. इसके बाद घटनास्थल से जे.सी.बी. और आरोपी फरार हो गया. इस मामले में पुलिस ने दुकानदार की विधवा और उसके दो बेटों समेत उनके अज्ञात साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और रोहित सैनी को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जबकि बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं.
बात करने पर एस.पी (ग्रामीण) मनप्रीत सिंहकहा कि उन्हें कुछ और महत्वपूर्ण सीसीटीवी हाथ लगे हैं, जिनमें कुछ और लोगों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह लोगों की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा गंभीर मामला है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इसकी योजना बनाने वाले दोषियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.