चंडीगढ़ , फेस2न्यूज:
इराक के मोसुल में आईएस द्वारा ३९ प्रवासी भारतीयों को बंधक बनाकर रखने का मुद्दा इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान उठाने की तैयारी हो रही है।यह सभी अप्रवासी भारतीय पंजाब से संबंधित हैं व मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने जून २०१४ में इन बंधकों के परिवारों को आश्वास्त किया था कि यह सभी सुरक्षित एवं सकुशल हैं। इस बाबत प्रधानमंत्री एक उच्चस्तरीय बैठक भी कर चुके हैं।जिसमें इन बंधकों कामुद्दा उठा था। आज अमेरिका की एक संस्था एनआरआई’का फॉर इंडिया की एक बैठक बर्कले में हुई जिसमें मांग की गई कि प्रधानमंत्री अपने अमेरिका दौरे के दौरान इस मुद्दे को जोर शोर से उठाएं व इसे हल करवाए। बैठक की अध्यक्षता बिक्रमजीत सिंह बाजवा व रमेश भंडारी ने की। इस मौके पर सैनजोस से गुररतन सिंह एवं एक्स-यूएस सर्विस मैन स्टीफन रेन भी मौजूद थे जिन्होंने आईएस पर गहन अध्ययन किया है। इन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ऩी चाहिए उन्होंने कहा कि हम उनसे ललित मोदी या सुषमा स्वराज जैसे विवादास्पद मुद्दों पर कोई बात नहीं करना चाह रहे परंतु हम उनसे पंजाब में हमारी जमीन व संपत्ति की सुरक्षा का आश्वासन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री का यहां भव्य स्वागत करेंगे व उन्हें अपनी मांगों के संबंध मेंमांग पत्र भी देंगे।उन्होंने कहा कि हमारी मांगे लंबे समय से अटकी हुई हैं। मोदी अपने वचनके पक्के माने जाते हैं। उन्होंने २०१४ में अप्रवासी भारतीयों की बेहतरी केलिए वादा किया था बाजवा ने बताया कि यहां पटेल व जाट समुदाय से जुड़े लोग भी अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन देंगे।उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारत में होने वाले राष्ट्रीय एवं राज्य चुनावों के लिए ई-वोटिंग प्रणाली को भी शुरू करने की मांग की जाएगी ताकि यहां रह रहे अप्रवासी भारतीय भी भारत की चुनाव प्रक्रिया में भाग ले सकें।