चंडीगढ़,(आर.के शर्मा)
गांव गंडवा, तहसील फगवाड़ा, जिला कपूरथला हॉल निवासी कनाडा रघबीर सिंह पुत्र मोहन सिंह ने प्रेस क्लब चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर पूर्व एसएसपी द्वारा उनकी जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए है। रघबीर सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि वह 2012 से अपनी जमीन के लिए संघर्ष कर रहे है, लेकिन 10 साल बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला है। उन्हें कांग्रेस और अकाली सरकारों ने न्याय नहीं दिया है लेकिन अब आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ ही उन्हें न्याय की उम्मीद जागी है।
रघबीर सिंह ने कहा कि कपूरथला के सेवामुक्त एसएसपी कमलजीत सिंह ढिल्लों और अर्बन एस्टेट फगवाड़ा निवासी गुरजिंदर सिंह पुत्र किरपाल सिंह ने साजिश के तहत उनके घर और उनकी बहन की जमीन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने उसे डराने-धमकाने के अलावा उसके खिलाफ झूठे पुलिस मामले भी दर्ज कराए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में गांव में अपने बंदे भेजकर जो जमीन संभाल रहे थे उनको डरा धमका कर जमीं हतिया ली।उनकी 6 एकड़ जमीन 2016 में छुडवा दी गई थी, लेकिन शांति वाली 4 एकड़ जमीन कमलजीत सिंह ढिल्लों ने अपनी साली नवनीत कौर के नाम पर करवा दी थी, जिसके खिलाफ फगवाड़ा में एफआईआर संख्या 95 दर्ज की गई थी, जिसे अभी तक रद्द नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जो जमीन पर उनके भतीजे मनजीत सिंह ने उन्हें दी थी, कोरोना समय मे उस पर अवतार सिंह और बहादुर सिंह ने जबरन कब्जा कर लिया था।
उन्होंने कहा कि उनके भतीजा मनजीत सिंह पुत्र हरचंद सिंह ने पाखर सिंह के पुत्र संतोख सिंह के साथ अपनी जमीन का लिखित समझौता किया था लेकिन उपरोक्त ने कोरोना की बीमारी का फायदा उठाकर जमीन पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने कहा कि उनकी 6 एकड़ जमीन 2016 में छुडवा दी गई थी, लेकिन शांति वाली 4 एकड़ जमीन कमलजीत सिंह ढिल्लों ने अपनी साली नवनीत कौर के नाम पर करवा दी थी, जिसके खिलाफ फगवाड़ा में एफआईआर संख्या 95 दर्ज की गई थी, जिसे अभी तक रद्द नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जो जमीन पर उनके भतीजे मनजीत सिंह ने उन्हें दी थी, कोरोना समय मे उस पर अवतार सिंह और बहादुर सिंह ने जबरन कब्जा कर लिया था।
उन्होंने यह भी कहा कि 2012 से अब तक उन्होंने तत्कालीन सरकारों से अपील की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अब वह पंजाब के मुख्यमंत्री, डीजीपी पंजाब और एसएसपी से शिकायत करने जा रहे है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें न्याय न मिला तो वह पंजाब विधानसभा के बाहर भी धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मामले की जांच करने और उन्हें न्याय के दिलाने की अपील की।