अबोहर, राज सदोष:
एल. आर. एस. डीएवी स्कूल में " वेदों की ओर लौटो " इस आह्वान से लोगों में जागरूकता पैदा करने वाले, समाज सुधारक स्वामी दयानन्द का 200वां वर्ष जन्म दिवस बड़ी श्रद्धा से मनाया गया।
स्वामी दयानंद के अनुसार, केवल वेद ही सच्चे ज्ञान के भंडार हैं और वेदों में अर्थशास्त्र, राजनीति, सामाजिक विज्ञान और मानविकी के सिद्धांत शामिल हैं। स्वामी जी ने आर्यसमाज की स्थापना कर दुनिया को वैदिक ज्ञान के श्रेष्ठ मूल्य से अवगत कराया। इस उपलक्ष्य में विद्यालय में विशेष हवन के साथ विभिन्न कार्य क्रमक्रमों का आयोजन भी किया गया।
स्वामी जी के जीवन से संबंधित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया जिसमें विजेता टीम को सम्मानित किया गया। बच्चों द्वारा स्वामी जी के चित्र भी बनाए गए जिनका प्रदर्शन गतिविधि कक्ष में किया गया। बच्चों ने स्वामी जी के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को गीत के माध्यम से दर्शाते हुए उस पर अभिनय किया।
संगीत अध्यापक दिलीप माथुर के नेतृत्व में बच्चों ने स्वामी दयानंद प्रशस्ति गाई जो वरिष्ठ हिन्दी अध्यापिका अलका सतीजा द्वारा रचित है। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर प्राचार्या श्रीमती स्मिता शर्मा ने आयोजकों को बधाई दी है।