लीलाधर शर्मा /फाजिल्का
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा सादकी बॉर्डर पर जाकर बीएसएफ के जवानों के साथ राखी का पर्व मनाया गया। संस्थान द्वारा साध्वी अमरा भारती जी, साध्वी गरिमा भारती जी, साध्वी रजनी भारती जी ने जवानों को राखी बांधी और उनकी लंबी उम्र की कामना की।
बीएसएफ के निडर जवान हमारे महान राष्ट्र भारत की सीमाओं की रक्षा तन-मन से करते हैं। बीएसएफ की अडिग कर्तव्य भावना हमें अपना जीवन सुचारू रूप से जीने में मदद करती है।
परम पूज्य श्री आशुतोष महाराज जी के वचनों को स्पष्ट करते हुए साध्वी जी ने कहा- जब सूर्य उदय होता है, तो अंधकार समाप्त हो जाता है; इसी प्रकार जब हमारा मन सूर्य रूपी ईश्वर के संपर्क में आता है, तो अशांति और भ्रम का अंधकार अस्तित्व में आने लगता है। इस प्रकार से हमारे मन को विकसित करने वाले उस ज्ञान को ब्रह्मज्ञान का नाम कहा गया है। संस्थान द्वारा जवानों को मिठाई बांट कर राखी के पर्व की शुभकामनाएं दी गई।
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक परम पूज्य श्री आशुतोष महाराज जी के वचनों को उद्धृत करते हुए साध्वी जी ने कहा- 'सच्चिदानंद अर्थात् परमपिता परमेश्वर, जो शाश्वत आनंद का स्वरूप है, की प्राप्ति ही अचूक उपाय है!'
परम पूज्य श्री आशुतोष महाराज जी के वचनों को स्पष्ट करते हुए साध्वी जी ने कहा- जब सूर्य उदय होता है, तो अंधकार समाप्त हो जाता है; इसी प्रकार जब हमारा मन सूर्य रूपी ईश्वर के संपर्क में आता है, तो अशांति और भ्रम का अंधकार अस्तित्व में आने लगता है। इस प्रकार से हमारे मन को विकसित करने वाले उस ज्ञान को ब्रह्मज्ञान का नाम कहा गया है। संस्थान द्वारा जवानों को मिठाई बांट कर राखी के पर्व की शुभकामनाएं दी गई।