चुनाव आयोग को लिखने बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं : एडवोकेट हेमंत, हरियाणा के कुल 90 विधानसभा हलकों में से 75 में एस.डी.एम. जबकि 9 में ए.डी.सी. हैं रिटर्निंग अधिकारी
फेस2न्यूज /चंडीगढ़
अगले माह 5 अक्टूबर को 15वी हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के लिए निर्धारित मतदान में प्रदेश के 22 जिलों के कुल 90 विधानसभा हलकों के लिए भारतीय चुनाव आयोग द्वारा रिटर्निंग ऑफिसर (आर.ओ.) के तौर पर 75 वि.स. हलकों में सम्बंधित क्षेत्र के एस.डी.ओ. (सिविल) अर्थात उपमंडल अधिकारी (नागरिक) जिन्हें एस.डी.एम. भी कहा जाता है, 9 वि.स. हलकों -- यमुनानगर, पानीपत शहर, गोहाना, उचाना कलां, रानियां, नलवा, बवानी खेड़ा, कलानौर और फरीदाबाद एनआईटी में सम्बंधित जिलों के ए.डी.सी. (अतिरिक्त उपायुक्त) एवं शेष अन्य 6 वि.स. हलको - पुंडरी, राई, आदमपुर, उकलाना, पृथला और तिगांव में जिला स्तर के अन्य ग्रुप ए सरकारी अधिकारियों को पदांकित किया गया है.
इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा के एडवोकेट एवं चुनावी-प्रशासनिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार (9416887788) ने चुनाव आयोग को लिखकर सिरसा और रोहतक जिलों के मौजूदा तैनात ए.डी.सी. (अतिरिक्त उपायुक्त) क्रमश: लक्षित सरीन और नरेन्द्र कुमार, जो दोनों 2021 बैच के आईएएस अधिकारी है एवं जो अपने अपने ए.डी.सी. पद के कारण क्रमशः सिरसा जिले की रानियाँ वि.स. सीट एवं रोहतक जिले की कलानौर (एस.सी. आरक्षित) सीट के पदांकित रिटर्निंग ऑफिसर (आर.ओ.) हैं, को बदलकर उनके स्थान पर अन्य योग्य आईएएस अधिकारियों को उक्त जिलों का ए.डी.सी. तैनात करने का पॉइंट उठाया है.
हेमंत का तर्क है कि मौजूदा लागू व्यवस्था अनुसार हरियाणा में जिला ए.डी.सी. का पद सीनियर स्केल प्राप्त आईएएस अर्थात 4 वर्ष से ऊपर आईएएस सर्विस वाले अधिकारी के लिए निर्धारित हैं जबकि उपरोक्त दोनों 2021 बैच के आईएएस अधिकारी वर्तमान में इस योग्यता को पूरा नहीं करते. अत: ए.डी.सी. पद पर रहते हुए उपरोक्त दोनों आईएएस अधिकारियों का रानियाँ और कलानौर वि.स. सीटों का आर.ओ. बना रहना सही नहीं है.
हेमंत का तर्क है कि मौजूदा लागू व्यवस्था अनुसार हरियाणा में जिला ए.डी.सी. का पद सीनियर स्केल प्राप्त आईएएस अर्थात 4 वर्ष से ऊपर आईएएस सर्विस वाले अधिकारी के लिए निर्धारित हैं जबकि उपरोक्त दोनों 2021 बैच के आईएएस अधिकारी वर्तमान में इस योग्यता को पूरा नहीं करते. अत: ए.डी.सी. पद पर रहते हुए उपरोक्त दोनों आईएएस अधिकारियों का रानियाँ और कलानौर वि.स. सीटों का आर.ओ. बना रहना सही नहीं है.
हेमंत ने बताया कि इसी प्रकार उन्होंने चुनाव आयोग को लिखकर बताया है कि वर्तमान में 2020 बैच के 18 एच.सी.एस. अर्थात पांच वर्ष से कम सेवा वाले अधिकारी, जो वर्तमान में प्रदेश के 18 उपमंडलों में बतौर एसडीओ (सी)/एसडीएम तैनात होने के कारण उसके अंतर्गत पड़ने वाली विधानसभा सीटों के आर.ओ. हैं जिनके नाम हैं मोहित कुमार (नारनौंद), हरबीर सिंह (हिसार), ज्योति (इसराना), अमित कुमार- द्वितीय (सोनीपत), मयंक भारद्वाज (बल्लभगढ़), जय प्रकाश (रादौर), रवींद्र मलिक (बेरी) ), प्रतीक हुड्डा (टोहाना), अमित मान (बड़खल), अमित (समालखा), रमित यादव (नांगल चौधरी) अमित कुमार- तृतीय (कनीना), अजय सिंह (कैथल), राजेश कुमार सोनी (घरौंडा) ), अमन कुमार (पेहोवा), गौरव चौहान (पंचकूला), नसीब कुमार (लाडवा) और विजय कुमार यादव (कोसली), वह सब भी सम्बंधित वि.स. सीट के आर.ओ. के तौर पर योग्य नहीं हैं क्योंकि हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2013 और 2020 में जारी आदेशनुसार , जो मोजूदा तौर पर भी लागू है, एस.डी.ओ. (सिविल) अर्थात एस.डी.एम. के पदों को स्पष्ट तौर पर सीनियर स्केल और सिलेक्शन ग्रेड अर्थात 5 वर्ष से 15 वर्ष तक की एच.सी.एस. सेवा वाले अधिकारियों के लिए दर्शाया गया है.
उपरोक्त 2020 बैच के सभी 18 एच.सी.एस. अधिकारियों को उनके पद अर्थात उनके एसडीओ (सी)/एस.डी.एम. तैनात होने के फलस्वरूप ही चुनाव आयोग द्वारा सम्बंधित विधानसभा सीट के आर.ओ. के तौर पर पदांकित किया गया है. हालांकि चुनाव आयोग द्वारा उपरोक्त 2 आईएएस और 18 एचसीएस अधिकारियोंं को क्रमशः एडीसी और एसडीएम पद से बदलने बारे कार्रवाई की जानी फिलहाल लंबित है.